आईएमए हॉल में विश्व गीता संस्थान की विचार गोष्ठी ‘आराधना’
श्री दिव्य गीता ज्ञान से ही सुधरेगा समाज: आचार्य राधाकृष्ण मनौड़ी


मेरठ। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री तथा गीता मर्मज्ञ आचार्य राधाकृष्ण मनोड़ी ने कहा कि देव संस्कृति के विकास में गीता की महत्वपूर्ण भूमिका है। योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से समूची मानव जाति के लिए जो दिव्य संदेश दिया है वह सच में अद्भुत है। सभी शास्त्रों का सार-सर्वस्व है श्रीमद्भगवद्गीता। श्री दिव्य गीता के ज्ञान से ही समाज का सुधार होगा।
  आचार्य राधाकृष्ण मनोड़ी रविवार को आईएमए हाल में विश्व गीता संस्थान एवं आईएमए द्वारा आयोजित आराधना विचार-संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने गीता के व्यवहार दर्शन को निरूपित करते हुए कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को व्यवहार में उतारने वाला व्यक्ति ही सच्चे अर्थों में अपना विकास कर पाता है। विश्व समाज भी हमारी सभ्यता-संस्कृति का कायल है। गीता-शास्त्र को यदि मानव धर्म शास्त्र के रूप में अपनाया गया होता तो आज न अफगानिस्तान जैसी घटनाएँ होतीं और न अशांत असभ्य विश्व दिखाई देता।
 इस अवसर पर आईजी मेरठ प्रवीण कुमार ने श्रीमद्भगवद्गीता की प्रासंगिकता को अभिव्यक्त करते हुए कहा कि गीता-स्वाध्याय एवं गीता-व्यवहार की आज द्विगुण्डित आवश्यकता है। भौतिकता से ऊब चुके लोगों को गीता ही नया जीवन प्रदान कर सकती है। उन्होंने कहा कि गीता राष्ट्र की एकता अखण्डता का सुरक्षा कवच तो है ही साथ ही जाति, प्रान्त, भाषा के विवादों में उलझे समाज में सद्भावना जगाने में भी समर्थ है। कर्म का सिद्धांत ही गीता है। प्रख्यात अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री एवं विश्व गीता संस्थान की महासचिव तुषा शर्मा ने मधुराष्ट्रकम्, वन्देमातरम्-गीत तथा स्वरचित गीत ‘जय भगवद्गीता’ सुनाकर कार्यक्रम को बहुत ही रोचक तथा प्ररेक बनाया। कवि चन्द्रशेखर मयूर ने अपनी स्वरचित कविता सुनाई। मेरठ दक्षिण विधानसभा के विधायक डा. सोमेन्द्र तोमर ने गीता को घर-घर तक पहुँचाने का आग्रह किया। आई.एम.ए. के अध्यक्ष डा. अनिल कपूर ने कहा कि हम गीता के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों से भी आग्रह करेंगें कि वे गीता का स्वाध्याय करें। डा. सम्यक् जैन ने गीता की प्रासंगिता पर प्रकाश डालते हुए गीता-स्वाध्याय को मानसिक रोगों के निदान में भी उपयोगी बताया। इस मौके पर उन्हें विश्व गीता संस्थान का उपाध्यक्ष भी मनोनीत किया गया।
  कर्यक्रम में आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष एमके बंसल, संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष विजय भोला, डा.मनीषा, डा. संजय जैन, प्रो. हरेन्द्र सिंह, डा.जितेन्द्र त्यागी, डा. मृदुला शर्मा, मुकेश जैन, नरेश उपाध्याय सहित शहर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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