गर्भ समापन सम्बन्धी कानूनी जानकारी का लोगों में अभाव


मेरठ। आज  बीडीओ कार्यालय सभागार, ब्लॉक दौराला मेरठ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजन ग्रामीण समाज विकास केंद्र और साँझा प्रयास नेटवर्क के सहयोग से किया गया । कार्यशाला में बीडीओ दौराला, एडीओ, बीएलओ, पी.आर.आई सदस्यों एवं साझा प्रयास के प्रतिनिनिधियों ने प्रतिभाग किया तथा “प्रजनन स्वास्थ्य व सुरक्षित गर्भसमापन” विषय पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का शुभारंभ ग्रामीण समाज विकास केंद्र के सचिव मेहर चंद द्वारा किया गया।



मेहर चंद जी ने साँझा प्रयास नेटवर्क के बारे में बताया कि यह नेटवर्क बिहार व उत्तर प्रदेश में 20 स्वयंसेवी संस्थाओं का नेटवर्क है जो कि महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य विशेषकर सुरक्षित गर्भसमापन सेवाओं को सुद्रढ़ करने व समुदाय में जागरुकता बढ़ाने का कार्य करता है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि जनपद मेरठ में साँझा प्रयास नेटवर्क के तहत लगभग 173 आशा, 20 ए0एन0एम व 181 आंगनबाडी कार्यकत्रियों को सुरक्षित गर्भसमापन व परिवार नियोजन विषय पर जागरूक किया गया। साथ ही यह नेटवर्क विभिन्न हितधारकों जैसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधि, लोकल एन0जी0ओ, मीडिया, सेवा प्रदाताओं आदि के साथ कार्य कर रहा हैं जिससे समुदाय के लोगों में सुरक्षित गर्भसमापन व परिवार नियोजन विषय पर जागरूकता बढ सके ।
संजय त्रिवेदी जी ने जानकारी देते हुए बताया कि The Guttmacher Institute के अध्ययन के अनुसार ‘‘भारत में अनुमानित प्रतिवर्ष 1.56 करोड़ गर्भ समापन होते है, जिनमें लगभग 50 प्रतिशत गर्भ धारण अनचाहे होते हैं। भारत में मातृ मृत्यु दर में असुरक्षित गर्भसमापन का योगदान 8 प्रतिशत है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष 31 लाख गर्भ-समापन होते हैं जिनमें से सिर्फ 11 प्रतिशत स्वास्थ्य केंद्रों में होते हैं।
आई0पास0 डेवेल्पमेंट फाउंडेशन संजय त्रिवेदी जी ने एम0टी0पी एक्ट के बारे में विस्तार से बताया कि हमारे देश में गर्भपात हेतु मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी एक्ट, 1971(चिकित्सीय गर्भसमापनअधिनियम) लागू है लेकिन गर्भ समापन सम्बन्धी कानूनी जानकारी का लोगों में अभाव है। चूँकि ग्राम प्रधान व ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों की भी स्थानीय स्तर पर सेवादाताओं की निगरानी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। अतः उक्त मुद्दों पर ग्राम प्रधान व ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों के संवेदीकरण से समुदाय में बेहतर जागरूकता लाने में मदद मिलेगी तथा असुरक्षित गर्भसमापन के कारण हो रही महिला मृत्युदर में कमी लायी जा सकेगी।
 
रिसर्च एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑफिसर रविता ने बताया मेरठ में साँझा प्रयास नेटवर्क के तहत लगभग 173 आशा, 20 ए0एन0एम व 181 आंगनबाडी कार्यकत्रियों को सुरक्षित गर्भसमापन व परिवार नियोजन विषय पर जागरूक किया गया। साथ ही यह नेटवर्क विभिन्न हितधारकों जैसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधि, लोकल एन0जी0ओ, मीडिया, सेवा प्रदाताओं आदि के साथ कार्य कर रहा हैं जिससे समुदाय में महिला को सुरक्षित गर्भसमापन के बारे में जागरुक किया जा सके।
इस अवसर पर दौराला ब्लॉक बीडीओ, एडीओ, बीएलओ, ग्राम प्रधान, आई0पास0 डेवेल्पमेंट फाउंडेशन संजय त्रिवेदी जी, ग्रामीण समाज विकास केंद्र के सचिव मेहरचंद जी, रिसर्च एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑफिसर, प्रोग्राम कॉर्डिनेटर अमित कुमार, नीरज शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।

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