Meerut-भारत में अक्सर लोग टर्म प्लान में निवेश टैक्स-बचत के मकसद से करते हैं, न कि आश्रितों की वित्तीय सुरक्षा के लिए जो कि इनका प्राथमिक उद्देश्य होना चाहिए। जिन लोगों पर देनदारियां और वित्तीय आश्रित हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे पर्याप्त कवरेज के साथ एक कम्प्रेसिव टर्म इंश्योरेंस प्लान में निवेश करें। यह कम से कम आपकी सेवानिवृत्ति की आयु तक आपकी सुरक्षा करता है।
सज्जा प्रवीण चौधरी, हेड- टर्म लाइफ इंश्योरेंस, पॉलिसीबाजार ने कहा, “जब हम तीन फेक्टर- डेथ, डिसीज और डिसेबिलिटी यानी मौत, रोग और विकलांगता पर विस्तार से बात करते हैं तो टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी का एकमात्र उद्देश्य पॉलिसीधारक की आकस्मिक मृत्यु के मामले में आश्रितों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान के तहत ग्राहक चुनी हुई बीमा राशि/कवरेज राशि एवम अवधि के लिए पहले से तयशुदा कुछ प्रीमियम का भुगतान करता है। इस बीमा राशि का भुगतान पॉलिसीधारक की मौत पर उसके आश्रितों को किया जाता है। मृत्यु के अलावा कुछ महत्वपूर्ण कवर हैं जो टर्म प्लान राइडर्स/अतिरिक्त कवर के रूप में प्रदान करते हैं, जैसे- विकलांगता और रोग”।
हां, परिवार और दोस्तों के बीच मौत पर चर्चा करना किसी के लिए भी एक अप्रिय अनुभव हो सकता है, लेकिन फिर हम सभी को इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि डेथ यानी मृत्यु एक हकीकत है। भले ही कोई भी व्यक्ति मौत से बचने में सक्षम न हो, वह बुद्धिमानी से अप्रत्याशित परिस्थितियों से सुरक्षित रह सकता है। मृत्यु के खिलाफ आर्थिक रूप से तैयार रहने के साथ-साथ रोग और विकलांगता के लिए भी योजना बनाना महत्वपूर्ण है। ये सभी परिस्थितियां आश्रितों वाले परिवार को एक बड़ा वित्तीय झटका दे सकती हैं।
हम क्यों सोचते हैं कि विकलांगता महत्वपूर्ण है? यदि आप 65 वर्ष की आयु तक जीवित रहते हैं, तो आप अपने परिवार की देखभाल कर सकते हैं। यदि आपकी 35 वर्ष की आयु में मृत्यु हो जाती है और आपके पास टर्म इंश्योरेंस प्लान था, तो टर्म इंश्योरेंस प्लान से मिलने वाला भुगतान आपके परिवार की वित्तीय जरूरतों का ख्याल रखेगा। हालांकि, अगर आप 65 वर्ष तक जीवित रहते हैं लेकिन 35 वर्ष की आयु में विकलांग हो जाते हैं, तो क्या होगा? ऐसे परिदृश्य में विकलांगता राइडर आपके बचाव में आता है और एकमुश्त राशि का भुगतान करता है जिसका उपयोग आपके परिवार की वित्तीय जरूरतों को यथासंभव पूरा करने के लिए किया जा सकता है।
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