बागपत। पश्चिमी उप्र के कुख्यात धमेंद्र किरठल पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई है। धर्मेद्र को बागपत जेल से अंबेडकरनगर जेल शिफ्ट कर दिया गया है। पुलिस ने कुछ ही समय पहले किरठल गांव में इरशाद हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुख्यात धर्मेंद्र किरठल सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल थी।  
किरठल निवासी इरशाद की गत 12 दिसंबर 2020 को चुनावी रंजिश में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कुख्यात धर्मेंद्र किरठल, उसके साथी सतेंद्र मुखिया निवासी ग्राम सुन्हेड़ा और सुभाष उर्फ छोटू निवासी कस्बा सिसौली जिला मुजफ्फरनगर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। गिरफ्तारी न होने पर धर्मेंद्र किरठल व सुभाष उर्फ छोटू पर 50-50 हजार रुपये और सतेंद्र मुखिया पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ था। सतेंद्र मुखिया को उत्तराखंड एसटीएफ ने आठ मार्च को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था, जबकि नोएडा एसटीएफ ने हत्याकांड के आरोपी धर्मेंद्र व सुभाष को आठ जून 2021 को देहरादून से पकड़ा था। 
रमाला पुलिस ने धर्मेंद्र व सुभाष की निशानदेही पर नौ जून को घटना में प्रयुक्त तमंचा किरठल-रमाला मार्ग पर एक खेत से बरामद किया था। रमाला पुलिस ने सतेंद्र मुखिया को बी-वारंट पर लेकर उससे पूछताछ की थी। रमाला थाना प्रभारी रवेंद्र कुमार का कहना है कि जांच में चुनावी रंजिश सामने आई थी। तीन आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई थी। 
बता दें कि धर्मेंद्र किरठल के खिलाफ 49 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या के 15 से ज्यादा मुकदमे हैं। इनके अतिरिक्त लूट व रंगदारी के मामले हैं। ज्यादातर में उसे जमानत मिल चुकी है। वहीं, कुछ मुकदमे खत्म हो चुके हैं। 
15 अक्टूबर 2020 को शासन के निर्देश पर पुलिस ने धर्मेंद्र किरठल की 60 लाख कीमत की संपत्ति कुर्क की थी। पिछले दिनों पंचायत चुनाव के दौरान धर्मेंद्र किरठल की उसके गांव किरठल के आसपास गतिविधियों की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने तब ड्रोन कैमरों की मदद से जंगल खंगाला था। हालांकि उसका सुराग नहीं लगा था। 
बीती 12 दिसंबर को ग्राम किरठल की पट्टी मूले जाट निवासी इरशाद अली की खेत में गन्ना छीलते समय गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में धर्मेंद्र किरठल फरार चल रहा था। इसके चलते आईजी प्रवीण कुमार ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित कराया था। यह हत्या चुनावी रंजिश को लेकर की गई थी।

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