नयी दिल्ली । किसी भी भवन,ऑफिस,फैक्टरी आदि को 100: वास्तु सममत तो नहीं बनाया जा सकता कुछ न कुछ कमी तो रह ही जाती है चाहे वह इंटरनल हो या  एक्सटरनल फिर भी वास्तु के उद्देश्य सुख ,शान्ति सम्पति वृद्धि ,विकास ,प्रसन्ता आदि को प्राप्त करने के लिए कुछ मूलभूत आवश्यकताये है जिनका विशेष ध्यान रखा जाना आवश्यक हो जाता है । 
1किसी भी भवन,ऑफिस ,फैक्टरी का प्रवेश द्वार का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता हैं इनका द्वार आपके मुख जैसा होता हैं जैसी उर्जा प्राप्त करेगा उसके अनुरूप ही आपको फल देगा चाहे वह सकारातमक हो या नकारात्मक,आपका मुख्य प्रवेश द्वार किसी भी दिशा मे क्यों न हो अगर वह वास्तु के नियम को ध्यान मे रखकर बनाया गया है तो वह आपको सकारातमक परिणाम देगा ।  
2ईशान कोण किसी भी भवन का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है जो की आध्यात्मिक कायॅ पूजा पाठ, पटन  पाठन के लिए सर्वोतम होता हैं क्योंकि सम्पूर्ण सकारातमक उर्जा इसी स्थान से प्रवेश होकर पुरे घर में आती है इस स्थान को साफ -सुथरा हल्का रखकर तथा किसी भी अन्य वास्तु दोष से मुक्त रखकर सकारातमक परिणाम प्राप्त किया जा सकता है ।  
3किसी भी भवन ,फैक्टरी,ऑफिस आदि मे ब्रम्ह स्थान का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता हैं इसे भी साफ -सुथरा हल्का एव अन्य किसी वास्तु दोष से मुक्त रखकर सकरात्मक परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं ईशान कोण से सकरात्मक उरजा सबसे पहले यही आकर बाकी अन्य दिशाओ मे जाती है अगर यह स्थान दुषित होगा तो नकारात्मक परिणाम प्राप्त होगे।
4अगर आपके घर ऑफिस ,फैक्टरी आदि का ईशान कोण दुषित होगा तो 100: नैतृत्व कोण मे कोई न कोई वास्तु दोष होगा जिसके परिणाम स्वरूप नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । 
5आपके घर,भवन,आॅिफस ,फैक्टरी आदि मे यदि टॉयलेट साऊथ वेस्ट कार्नर  मे या नार्थ  ईस्ट कार्नर मे है तो यह भी एक बहुत बङा वास्तु दोष माना जाता हैं जिसके परिणाम स्वरूप नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । 
6 आपके घर की रसोईघर या आफिस फैक्टरी आदि की कैंटीन  साऊथ  ईस्ट कार्नर में होना चाहिये अगर ऐसा नहीं है तो नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । 
           होटेल व्यवसाय के लोगो को रसोईघर नार्थ वेस्ट  में बनाना ज्यादा लाभदायक होता है क्योंकि यह वायु देवता का स्थान होने से निरन्तर गतिशील रहता है जिससे होटल की भट्टी हमेशा जलती रहती हैं और ग्राह्को का आना जाना बना रहता हैं जिससे वयवसाय मे बढोतरी होकर लाभ प्राप्त करता है।  
7 घर के मुखिया का शयनकक्ष साऊथ वेस्ट कार्नर  में होना चाहिये इससे घर मे एकता व स्थिरता बनी रहती हैं और घर के मुखिया का पूरे परिवार पर कन्ट्रोल बना रहता हैं क्योंकि साऊथ वेस्ट  पृथ्वी तत्व का स्थान होने के कारण स्थिरता प्रदान करता है ।
   Vastu Planing Consultant,aura scanner, geo pathic stress analysist. 
Contact .Mr bijender Singh Astro-Vaastu Consultant cell phone 931108354

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