मेरठ।हथियारों का सौदागर और खालिस्तानी आतंकवादी गगनदीप को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया। गगनदीप काफी समय से पंजाब से फरार चल रहा था। उसकी तलाश में खुफिया एजेंसियां और पंजाब पुलिस लगी हुई थी। आतंकी गगनदीप की तलाश में पिछले कई दिनों से एनआईए की टीम मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर में डेरा डाले हुए थी। एनआईए की टीम को मंगलवार को सफलता मिल गई। जब गगनदीप उनके हत्थे चढ़ गया। आतंकी गगनदीप ने हथियारों की तस्करी का जाल पूरे देश में फैलाया हुआ था। इसके अलावा उसने शूटरों का एक गैंग भी बनाया हुआ था जो कि भाड़े पर किसी की भी हत्या का ठेका लेता था। गगनदीप को मोहाली एनआईए कोर्ट ने 8 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। एनआईए के मुताबिक गगनदीप खालिस्तानी टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर का बेहद करीबी है। एनआईए की टीम मेरठ में कई दिन से अपने टास्क पर लगी हुई थी लेकिन इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं हुई। यहां तक कि मीडिया को भी भनक नहीं लगी। 
खालिस्तानी आतंकी गगनदीप और उसके साथी मोगा के रहने वाले अर्शदीप सिंह, चरणजीत सिंह और रमनदीप सिंह की तलाश में रश्चिमी यूपी के मेरठ और मुजफ्फरनगर में कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। एनआईए को खबर मिली थी कि फरार आरोपियों ने पश्चिमी यूपी के शूटरों के साथ मिलकर एक गैंग बनाया है। ये सभी मिलकर हथियारों की तस्करी के अलावा भाड़े पर हत्या करने का काम करते हैं। 
छापेमारी के दौरान इनके कुछ ठिकानों से एनआईए कारतूस, नशीला पदार्थ और की डिजिटल उपकरण मिले हैं। साथ ही मोबाइल, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक पेपर्स भी जांच एजेंसी के हाथ लगे हैं। इसके साथ ही एनआईए ने मिले हुए इनपुट के हिसाब से मेरठ में छापेमारी कर खालिस्तानी आतंकी गगनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जांच में ये भी पता चला है कि ये सभी आतंकी कुछ विदेशी संगठनों के साथ जुड़े हुए हैं।
एनआईए की जांच में पता चला है कि गगनदीप सिंह खालिस्तान समर्थित गुटों को हथियार सप्लाई कर रहा था। जांच एजेंसी को 9 एमएम की पिस्टल और गोला बारूद के सबूत भी मौके से मिले हैं। बताया जा रहा है कि इन हथियारों का इस्तेमाल पंजाब में व्यापारियों से वसूली के लिए किया जा रहा था।

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