दीक्षांत सीखने का अंत नहीं, जीवन के नए अध्याय का आरम्भ  

153 स्वर्ण, 149 रजत और 139 ब्रोंज मेडल्स छात्र.छात्राओं को वितरित

2019 से 2021 तक शोध करने वाले 53 शोधार्थियों को पीएचडी भी अवार्ड

एनईपी 2020 को लागू करने के लिए टीएमयू दृढ़ संकल्पित :- 

 

मुरादाबाद । तीर्थकर महावीर विवि में पांचवा दीक्षांत  समारोह में  बोलते हुए  प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा.  दिेनश शर्मा ने कहा कि डिग्री मिलने का पल ताउम्र याद रहता है। अगर डिग्री के साथ मेडल भी मिलता है तो जीवन पर्यन्त प्रेरणादायक बन जाता है। इन पुरस्कारों का भले ही कोई आर्थिक मूल्य न हो, मगर जीवन में गिरकर उठने के लिए संबल प्रदान करते हैं। जीवन में सफलता के मंत्र बताते हुए छात्रों को सलाह दी कि जीवन में लक्ष्य का निर्धारण बहुत जरूरी है। 



     मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि छात्रों को बड़े सपने देखने होंगे।इन्हें पूरा करने के लिए जी जान से जुट जाना होगा। उन्होंने अपने जीवन के दुर्लभ अनुभव भी साझा किए। 
इससे पूर्व मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश शर्मा, पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह, चांसलर  सुरेश जैन आदि ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया। 



दीक्षांत  समारोह  का प्रारम्भ करने का ऐलान कुलाधिपति ने किया। मेहमानों के अलावा जीवीसी  मनीष जैन और एमजीबी अक्षत जैन ने शहर विधायक रितेश कुमार गुप्ता, खादी ग्रामोद्योग के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान, मेयर विनोद अग्रवाल, कांठ विधायक राजेश कुमार चुन्नू, बरेली.मुरादाबाद स्नातक सीट से एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, बाल संरक्षण आयोग के चेयरमैन डॉ. विशेष गुप्ता, एमएलसी  हरी सिंह ढिल्लों, मुरादाबाद के पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश कुमार सिंह, मुरादाबाद भाजपा के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह चौहान, महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली चौहान, उत्तर प्रदेश पिछड़ा आयोग के सदस्य गिरीश वर्मा, उत्तर प्रदेश एससीएसटी आयोग की सदस्या साध्वी गीता प्रधान का बुके देकर स्वागत किया।मुख्य अतिथि और गेस्ट ऑफ़ ऑनर को कुलाधिपति और जीवीसी ने माल्यार्पण कर शॉल पहनाई।  साथ ही स्मृति चिन्ह और उनकी पोट्रेट भेंट की। संचालन रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने किया। इस मौके पर मेहमानों ने 153 स्वर्ण, 149 रजत और 139 ब्रोंज  मेडल्स छात्र.छात्राओं को वितरित किए। ये 2018 से 2020 तक पास आउट स्टुडेंट्स हैं। 7935 स्टुडेंट्स को डिग्रियों भी वितरित की गई। समारोह के प्रारम्भ में  2019 से 2021 तक शोध करने वाले 53 शोधार्थियों को पीएचडी अवार्ड की गईं। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
मेडलिस्ट छात्रों को सम्बोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा, दीक्षांत सीखने का अंत नहीं बल्कि जीवन के नए अध्याय का आरम्भ है। जीवन में चुनौतियों की शुरुआत इसी पल होती है। जीवन में कामयाबी के लिए शिक्षा के साथ संस्कारों की भूमिका को रेखांकित करते हुए बोले, हमारे संस्कार ही हमें दुनिया में पहचान दिलाते हैं। माता.पिता के आशीर्वाद के बिना हमारी सफलता अधूरी है। बोले, हमारा आचरण हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए मार्गदर्शक होता है। छात्रों का आह्वान करते हुए बोलेए, डिग्री लेने के बाद छात्रों का सपना विदेश जाने का होता है जबकि वास्तविकता यह है कि आज विदेशी कंपनियां भारत में अपनी इकाइयां लगा रही हैं। 
प्रेसिडेंटियल सम्बोधन में टीएमयू के कुलाधिपति  सुरेश जैन ने टीएमयू को दीगर शिक्षण संस्थानों से अलग बताते हुए कहा, विश्वविद्यालय ने अनुशासन और ईमानदारी की राह पर चलते हुए ही अल्प समय में ही इतनी प्रगति की है। इसका श्रेय छात्रों को देते हुए बोले, एल्युमिनाई हमारी ताक़त हैं। जीवन में गिरने का मतलब हार नहीं होती बल्कि जीवन में तरक्की के लिए कभी प्रयास नहीं छोडऩे चाहिए। 
ड्रोन में कैद हुए हसीन पल
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का मंजर अर्से बाद जुदा.जुदा था। ब्यॉयज मेडलिस्ट श्वेत कुर्ताए.पजामीए पगड़ी जबकि गल्र्स मेडलिस्ट परम्परागत साड़ी संग केसरिया पगड़ी और स्ट्राल पहने फब रहे थे। यूनिवर्सिटी कैंपस में जश्न का माहौल था। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भव्य कंवोकेशन में अभिभावकों की गरिमामयी मौजूदगी अपनेपन का अहसास करा रही थी। कैंपस में इन हसीन पलों को ड्रोन कैद कर रहा था। सेहरा बंधवा, टॉपर्स ने अपने दोस्तों और फेवरेट टीचर्स के संग जमकर सेल्फी ली। 2019 के बीटेक ईईई के गोल्ड मेडलिस्ट रजत जैन बोले, यह एक यादगार लम्हा है। 

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