नई दिल्ली। किसान आंदोलन को धार देने तथा ओर मजबूत करने की रणनीति पर किसान संगठनों ने जोर देना शुरु कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने देश के सभी किसान संगठनों की तरफ से एक पीपल्स व्हिप जारी करने का आह्वान किया है। जो लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों को जाएगा। किसान नेताओं ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर कहा कि आज तक देश में संसद में मौजूद पार्टी ही व्हिप जारी करके संसद की कार्रवाई में शामिल होने के लिए कहते थे। आज पहली बार वोटरों ने व्हिप जारी करके विपक्षी पार्टियों से संसद के अंदर तीन किसी कानून का विरोध करने की पेशकश की है।

किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि वह सरकार को वोट की चोट देने के लिए हम अपनी रणनीति बना रहे हैं जिसके मद्देनजर संयुक्त किसान मोर्चा मिशन यूपी और उत्तराखंड पर जोर दे रहे हैं। इसके तहत 2022 में होने वाले चुनावों को लेकर पंचायती स्तर पर लोगों को बीजेपी को वोट ना देने के लिए जागरूक और प्रेरित करेंगे।
किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि आंदोलन स्थल में किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। किसानों को आंदोलन स्थल में 3 दिन तक रहने और अगले 30 दिन सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश के किसानों, मजदूरों और नौजवानों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 7 महीने से भी अधिक समय से सड़कों पर बैठे किसान, मजदूर इस सरकार से लंबी लड़ाई का मन बना चुके हैं। मौजूदा सरकार देश के किसानों, मजदूरों के प्रति असंवेदनशील है, इसलिए आंदोलन लंबा चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे सब्र का इम्तिहान ले रही है और हम इस संघर्ष में कामयाब होंगे। बारिश से बचने के लिए किसान अपने-अपने टेंटों पर प्लास्टिक की चादर बांध रहे हैं। सड़क पर पानी भरने की स्थिति को देखते हुए किसानों ने पानी निकासी के रास्ते खुले छोड़े हुए हैं। वे उन फ्लाइओवर की सफाई भी कर रहे हैं।


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