दीप्ति कुमार

कमरों का रख-रखाव ठीक से न हो तो इनमें भी बुढ़ापा पसर जाएगा। फिर बेरौनक, उमंग-उत्साह विहीन दिखेगा कमरा। इसे बदलना बेहद ज़रूरी है। वरना नकरात्मकता आपको व आपके अपनों को रचनात्मकता से दूर कर देगी। इसका कम खर्च का उपाय है फ्लोरिंग फर्नीचर, दीवारों, दरियां, पर्दे और कवर। घर में सबसे ज्यादा प्रयोग में आता है लिविंग रूम और बेडरूम। इनका डेकोर भी खास होना चाहिए, जो पाॅजिटिव एनर्जी दें। समय-समय पर डेकोर को अपडेट करते रहना चाहिए।
फ्लोरिंग में जान डालें कारपेट
आप कमरे की फ्लोरिंग से बोर हो गए हैं या फर्श धंस गए हैं या किसी भी कारण से फ्लोरिंग में फीकापन नज़र आता है, तो उसे निखारने का कम बजट वाला उपाय है कारपेट। कारपेट फ्लोरिंग जहां नए फर्श बनवाने से सस्ती है, वहीं कारपेट के रंग-बिरंगे रंग कमरे को जीवंत कर देते हैं। आफलाइन फर्निशिंग स्टोर से लेकर आनलाइन स्टोर्स पर कारपेट की कई वैरायटी मौजूद हैं। बजट दमदार है तो फर्नीचर बदलने या उनकी मेंटीनेंस करवा सकते हैं।
दरियों का कमाल
दरियां अब पुराने स्टाइल व पैटर्न वाली नहीं रहीं। इनमें डेकोर वाला खूबसूरत बदलाव देखा गया है। इन्हें आप बेझिझक फर्श पर बिछा सकते हैं। कारपेट की तरह इन्हें धोना आसान है। दरी पोर्टेबल होती है, जिसे यहां-वहां शिफ्ट करना सरल है। सूती धागों से बने होने के कारण इन्हें सालभर बिछाया जा सकता है। यानी सर्दी में कमरे में गर्माहट और गर्मियों में ठंडक प्रदान करती हैं। खास बात है कि मुलायम दरी पर नंगे पैर चल सकते हैं। बैठ भी सकते हैं। दरी पर हस्त निर्मित डिजाइन व रंग-बिरंगे पैटर्न इतने सुंदर होते हैं कि इनसे कमरे का लुक बदल जाता है।
इंटीरियर टिप -
फ्लोरिंग पर बिछी दरी से मेल खाती छोटे साइज की दरी को टेबल, न्यूज़ पेपर स्टैंड, फ्लाॅवर वास के नीचे बिछाएं।
कवर्स, बेडशीट व पर्दों को बदलें
यह बदलाव काफी सस्ता है नए घर या तोड़-फोड़ वाले रेनोवेशन से। इस बदलाव में आपको पुराने फर्निशिंग की जगह न्यू अपहोल्सट्री को जगह देनी होगी। ये कम खर्च में एलीगेंट लुक देता है, पर सिर्फ कवर या पर्दों को ही नहीं बदलें। बेस में भी नयापन लाएं। यानी पिलो, कुशन व बोल्स्टर को चेक करें। यदि वे ढीले या पिलपिले हो गए हैं, तो उन्हें बदलें नए से। नए पिलो, कुशन व बोल्स्टर पर कवर्स की फिटिंग शानदार आती है। यदि खिड़की के ब्लाइंडस या जाली में टूट-फूट है, तो उसे भी रिपेयर करें या बदलें। खिड़कियों में नेट का पर्दा भी खूबसूरत लगता है। आप पर्दे के रंग से मैचिंग खिड़कियों में नेट पर्दा भी लगवाएं। ये कमरे को न्यू लुक देगा।
दीवारों पर भी ध्यान
माना कि रंग-रोगन व पुताई के कई फायदे हैं। साल में एक बार रंग-रोगन व पुताई अवश्य करवानी चाहिए। पर बहुत जल्दी-जल्दी ये करवाना संभव नहीं हैं। कारण बजट का गड़बड़ाना और ताम-झाम में समय की दरकार। कमरे का डेकोर करते समय सीलिंग वाॅल व अन्य दीवारों को नजरअंदाज़ न करें। यहां बात नए सिरे से पेंट की नहीं कर रहे। यदि दीवारों में दरार है, तो भरवाएं। आजकल आनलाइन व आफलाइन स्टोर्स में वाॅल स्टिकर्स मिलते हैं। अपने बजट के अनुरूप इनसे कम खर्च में आकर्षक वाॅल डेकोर किया जा सकता है।
लाइटनिंग से राॅयल लुक
 कमरे में लाइटनिंग व फिक्सचर्स कैसे हैं इसका भी डेकोर पर प्रभाव पड़ता है। लिविंग रूम व बेडरूम में इसके ज़रिए इन्हें राॅयल लुक दे सकते हैं। बता दें कि लाइटनिंग व्यवस्था से आप बेजान कमरे में रौनक का समावेश कर सकते हैं। आप इन कमरों में ब्राइट रोशनी वाले बल्ब लगा सकते हैं। आजकल कई प्राइस रेंज में फैंसी लाइट्स उपलब्ध हैं। पंखों व बल्ब के स्विच, साॅकेट-प्लग और स्विच बोर्ड को फैंसी फिक्सचर्स से बदलवाएं।

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