मेरठ। जिलाधिकारी के बालाजी ने आज दौराला स्थित कान्हा गौशाला का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश को संरक्षण प्रदान करना मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त धनराशि का सुदपयोग करते हुए कान्हा गौशाला की क्षमता का पूर्ण उपयोग किया जाये व बाहर घूम रहे सभी निराश्रित गौवंशों को संरक्षित किया जाये। उनके संज्ञान में लाया गया कि वर्तमान में जनपद में 4265 निराश्रित गौवंश विभिन्न गौ संरक्षण केन्द्रों में संरक्षित हैं। 300 गौवंशों की क्षमता वाली दौराला स्थित कान्हा गौशाला में 76 गौवंश संरक्षित है।
जिलाधिकारी के0 बालाजी ने मेन गेट से गौवंशों के शेड तक का रास्ता इंटर लाकिंग टाईल्स से बनाने के लिए लायी गयी टाईल्स का सदुपयोग करते हुये यह कार्य बरसात से पूर्व पूर्ण कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने शासन को बजट आवंटन के लिए उनकी ओर से नगर विकास विभाग को पत्र प्रेषित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कान्हा गौशाला में 8 फुट बड़े पेड़ों का भी वृक्षारोपण किया जाये ताकि गौवंशों को शैड के अतिरिक्त खुले स्थान में भी छाया की व्यवस्था हो सके।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कंसल ने बताया कि दौराला स्थित कान्हा गौशाला का क्षेत्रफल करीब 03 एकड व लागत रू0 2.25 करोड है जिसमें से नगर पंचायत दौराला को रू0 1.65 करोड मिल गया है। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा गौवंशों का टीकाकरण, कीडों की दवाईयां व चिकित्सा सुविधा गौवंशों को दी जाती है। उन्होंने बताया कि संरक्षित गौवंशों को निःशुल्क हरा चारा पोषण के लिए उपलब्ध कराया जाता है। 
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 अनिल कंसल ने बताया कि नगर पंचायत दौराला ने एक कंपनी के साथ कांट्रेक्ट किया है जो गायों के गोबर से कम्पोस्ट खाद व दीपक बनायेगी। जिससे गौशाला स्वावलंबन की ओर अग्रसर हो सके। 
इस अवसर पर चेयरमैन नगर पंचायत दौराला नवीन कुमार शर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 देश दीपक, नोडल अधिकारी गौआश्रय स्थल पशुपालन विभाग डा0 केके राणा, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत दौराला शैलेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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