मेरठ। बुधवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के डाबका गांव में कुर्बानी को लेकर दोनों संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करते हुए कुर्बानी के गोश्त को कब्जे में लेकर गड्ढे में दबवाया। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा ने बताया कि इस मामले में वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
बताते चलें कि बुधवार को गांव के रहने वाले रहमत ने अपने घर पर भैंस की कुर्बानी दे दी। मामले की जानकारी मिलते ही हिंदू संप्रदाय के ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और सैकड़ों ग्रामीण रहमत के घर जा धमके। जहां ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए कुर्बानी का विरोध जताया। हिंदू संप्रदाय के लोगों का आरोप है कि गांव में आज तक कभी भी कुर्बानी नहीं हुई है। मगर रहमत ने कुर्बानी देकर एक नई परंपरा शुरू कर दी। घटना के चलते गांव में तनाव के हालात बन गए और चौराहों पर दोनों पक्षों के लोग एकत्र होने लगे। मामले की जानकारी मिलते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और गांव में जमा हुए ग्रामीणों को तितर-बितर किया। इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि गांव में कोई भी ऐसी नई परंपरा शुरू नहीं होने दी जाएगी जिससे दोनों संप्रदायों के बीच वैमनस्य बढ़े। जिसके बाद पुलिस ने कुर्बानी के गोश्त को कब्जे में लेकर गड्ढे में दबवा दिया। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर ने बताया कि कुर्बानी करने वाले पक्ष को चेतावनी दी गई है। इसी के साथ इस मामले में वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। फिलहाल गांव में शांति है। मगर इसके बावजूद पुलिस तैनात की गई है।


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