प्रयागराज।यूपी बोर्ड के फॉर्मूले से छात्र-छात्राओं पर अंकों की बारिश होगी। स्कूलों ने गृह परीक्षाओं में दिल खोलकर नंबर दिए हैं जिसका असर 10वीं-12वीं के अंकपत्र पर भी दिखाई पड़ेगा।
केस वन: मान लेते हैं कि हाईस्कूल के छात्र कक्षा 9 में 80 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुए और 10वीं की प्री बोर्ड परीक्षा में भी 80 प्रतिशत अंक मिले। यूपी बोर्ड ने 70 नंबर की लिखित परीक्षा के लिए 50-50 प्रतिशत यानि 35-35 अंक कक्षा 9 व 10 की प्री-बोर्ड के लिए निर्धारित किए हैं। इस प्रकार  अंकों को फॉर्मूले में बदलने पर कक्षा 9 के लिए निर्धारित 35 में से 28 नंबर और 10वीं प्री बोर्ड के लिए तय 35 अंकों में से 28 कुल 56 अंक मिलेंगे। स्कूल के आंतरिक मूल्यांकन में 30 में से यदि वह 28 नंबर पाता है तो उसका कुल प्राप्तांक 84 प्रतिशत हो जाएगा।


केस टू: मान लिया कि इंटर के छात्र  को 10वीं में 80 प्रतिशत अंक और 11वीं में भी 80 फीसदी नंबर मिले हैं। 12वीं की प्री-बोर्ड में उसने 70 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। 100 नंबर का पेपर मानकर फॉर्मूले में रखने पर हाईस्कूल के लिए 40 अंक, 11वीं में 32 और 12वीं प्री बोर्ड के लिए 7 कुल 79 नंबर मिलेंगे। हालांकि प्रायोगिक विषयों जैसे भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान, गृह विज्ञान आदि में थोड़ा परिवर्तन होगा। मान लें की विज्ञान वर्ग के छात्र हैं तो 70 नंबर की लिखित परीक्षा में से 10वीं के लिए 28 नंबर, 11वीं के लिए 22 नंबर और 12वीं प्री बोर्ड के लिए 5 नंबर कुल 55 नंबर मिलेंगे। प्रायोगिक परीक्षा में 30 में से 25 अंक मान लें तो कुल 80 अंक हासिल होंगे।
 

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