बोले- नहीं करेंगे राजभवन का घेराव, ना ही दिखाएंगे काले झंडे
नई दिल्ली (एजेंसी)। राकेश टिकैत ने संयुक्त किसान मोर्चा के उस ऐलान का समर्थन नहीं किया है जिसमें कहा गया था कि 26 जून को मोर्चा के बैनर तले किसान देश भर में राजभवन का घेराव करेंगे और काला झंडा दिखाएंगे। मिली खबरों के मुताबिक भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को साफ किया है कि बीकेयू राजभवन का घेराव नहीं करेगी। बीकेयू राज्यपालों के जरिए एक मेमोरेन्डम राष्ट्रपति को सौंपेगी। राकेश टिकैत ने कहा है कि 'हम राजभवन का घेराव नहीं करेंगे और ना हीं रास्ते में काले झंडे दिखाएंगे। किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने के मौके पर 26 जून को यूनाइटेड किसान मोर्च के बैनर तले देश के सभी राज्यपालों को एक मेमोरेन्डम दिया जाएगा। इस मेमोरेन्डम में इस बात का जिक्र होगा कि 7 महीने से आंदोलन चल रहा है कि लेकिन देश की सरकार बातचीत में दिलचस्पी नहीं ले रही है इसलिए राष्ट्रपति इस मामले में हस्तक्षेप करें। राकेश टिकैत ने यह भी साफ किया है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए सिर्फ 5-11 किसानों का एक डेलिगेशन ही राज्यपाल से मिलेगा और उन्हें अपना मेमोरेन्डम देगा। राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि 'सरकार सही सोच के साथ किसानों से बातचीत नहीं करना चाहती है। किसान देश के अन्नदाता हैं और हम पूरी ताकत के साथ अपनी बात रखेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने हाल ही में कहा था कि वो 26 जून को 'खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस' के तौर पर मनाएंगे। मोर्चा की तरफ से ऐलान किया गया था कि इस दिन देश में सभी राजभवनों का घेराव किया जाएगा। ऑल इंडिया किसान सभा, हरियाणा के उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा था कि 'साल 1975 में 26 जून को ही आपातकाल लगाया था और यह इतिहास का काला दिन है। हम इस दिन प्रदर्शन के दौरान काला झंडा भी दिखाएंगे।'
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