24 जून तक होगी पांच वर्ष तक के बच्चों के वजन व लम्बाई की माप


मुजफ्फरनगर, 17 जून 2021। कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से गुरुवार को जनपद के सभी 2274 आगंनबाड़ी कंद्रों पर वजन सप्ताह का शुभारंभ किया गया। यह सप्ताह 24 जून तक चलेगा। वजन सप्ताह के दौरान वजन व लम्बाई, ऊंचाई मापते हुए सभी जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण श्रेणी (अल्प वजन-आयु के अनुसार वजन, गंभीर अल्प वजन-वजन के अनुसार ऊंचाई, लम्बाई) के अनुसार एकत्रित की गई। 
जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा ने बताया पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए गुरुवार को 2274 आगंनबाड़ी केंद्रों पर वजन सप्ताह शुरू किया गया। कुपोषण से ग्रसित बच्चों में बाल्यावस्था की बीमारियां एवं उनसे होने वाली मृत्यु का खतरा अधिक बढ़ जाता है। कुपोषण की सबसे गम्भीर श्रेणी में सैम (अतिकुपोषित), मैम (कुपोषित) व गम्भीर अल्प वजन के बच्चे आते हैं। कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए 24 जून तक जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के लिए वजन सप्ताह शुरू हुआ है। इस दौरान वजन व लम्बाई ऊंचाई लेते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पांच वर्ष के बच्चों की सूचना पोषण श्रेणी के अनुसार एकत्रित की जाएगी। इसके अतिरिक्त दिव्यांग बच्चों को भी चिन्हित किया जा रहा है। इस दौरान यदि किसी बच्चे का वजन उसकी आयु के मानक से कम होता है तो उसके स्वास्थ्य का परीक्षण कराया जाता है। उसे चिकित्सक के पास भेजकर उपचार कराया जाता है। बच्चों के स्वास्थ्य की स्थिति ज्यादा खराब होने पर उन्हें जिला मुख्यालय पर बने पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) में भर्ती कराया जाता है।  
संभव अभियान
एक जुलाई से दो अक्टूबर तक पोषण संवर्धन की ओर एक कदम – “संभव” अभियान चलाया जाएगा। वजन सप्ताह में चिन्हित किए गये सैम, मैम, गंभीर अल्प वजन बच्चों के लिए सघन सामुदायिक गतिविधियां (जैसे साप्ताहिक गृह भ्रमण, स्वास्थ्य जांच, चिकित्सीय उपचार, पोषण पुनर्वास केन्द्र, चिकित्सा इकाई में संदर्भन) आयोजित की जाएंगी। तीन माह के अभियान का मुख्य उद्देश्य सैम, मैम, गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाना है। इसके लिए 20—25 सितम्बर के मध्य दोबारा वजन सप्ताह का आयोजन करते हुए प्रगति का निर्धारण किया जाएगा। इसके साथ ही कि जनपद की तीन आंगनबाड़ी, तीन मुख्य सेविका तथा तीन बाल विकास परियोजना अधिकारियों को शासन द्वारा पुरस्कृत भी किया जायेगा।

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