सिंधिया,सुशील मोदी, सर्वानंद, बैजयंत को मिल सकता है मौका !

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार एनडीए सरकार के 2 साल पूरे होने पर माना जा रहा है कि जल्द से जल्द कैबिनेट में खाली जगहों को भरा जा सकता है। सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा पदाधिकारियों की हुई बैठक में इस विषय को लेकर निर्णय किया गया है। 
बताया जा रहा है कि मोदी मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश के कोटे से ज्योतिरादित्य सिंधिया, बिहार से सुशील मोदी, असम से सर्वानंद सोनेवाल, बैजयंत पांडा सहित कई लोगों को मौका मिल सकता है। इनके अलावा मीनाक्षी लेखी, भूपेंद्र यादव, जीवीएल नरसिम्हाराव को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। 
भारत सरकार के अभी ऐसे कई बड़े मंत्रालय हैं जो किसी अन्य विभाग को देख रहे मंत्रियों के पास शिफ्ट किए गए है। वर्तमान की बात करें तो चार बड़े मंत्रियों के पास मंत्रालयों का अतिरिक्त प्रभार है। प्रकाश जावड़ेकर के कंधों पर नवंबर 2019 से भारी उद्योग का प्रभार है। यह मंत्रालय शिवसेना के अरविंद सावंत के पास था। लेकिन शिवसेना के एनडीए से अलग होने के बाद यह मंत्रालय जावड़ेकर को दिया गया है। लोजपा नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद से उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार पीयूष गोयल देख रहे हैं। हरसिमरत कौर बादल के मंत्रालय से इस्तीफा देने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर के पास कृषि, ग्रामीण विकास और पंचायती राज के अलावा खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का भी अतिरिक्त प्रभार है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से इस बात की अटकलें लगातार लगाई जा रही थी कि मोदी कैबिनेट के विस्तार में सिंधिया को मंत्री बनाया जाएगा। लेकिन वह दिन अब तक नहीं आया है। इसके अलावा एक बात की चर्चा और भी है। मोदी सरकार 2.0 को सत्ता में आए हुए 2 साल पूरे हो रहे है। लेकिन अब तक लोकसभा को उसका डिप्टी स्पीकर नहीं मिला है। अब तक इतिहास में यह सबसे लंबी अवधि है कि यह पद रिक्त है। इससे पहले 1998 में जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने थे तब डिप्टी स्पीकर के पद को भरने में 9 महीने लग गए थे। 


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