कोलकाता। टाटा ग्रुप की कंपनी वोल्टास और गोदरेज समूह की गोदरेज अप्लायंसेज फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीनों के लिए स्टोरेज यूनिट्स बना रही हैं। इनको बहुत कम तापमान पर स्टोर करना पड़ता है। गोदरेज और टाटा न केवल वैक्सीन स्टोरेज यूनिट्स का प्रॉडक्शन बढ़ा रही हैं बल्कि टेक्नोलॉजी भी अपग्रेड कर रही हैं। कोल्ड चेन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की एक और कंपनी ब्लू स्टार भी कोवैक्सिन और कोविशील्ड के लिए मेडिकल रेफ्रिजरेशन यूनिट्स का प्रॉडक्शन बढ़ा रही है। साथ ही कंपनी रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीनों के लिए भी स्टोरेज यूनिट्स बना रही है। 
  वोल्टास अपने अल्ट्रा लो टेंपरेचर फ्रीजर को अगस्त में लॉन्च करेगी। इनमें फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीनों को स्टोर किया जा सकता है। गोदरेज अप्लायंसेज पहले ही इन वैक्सीनों के लिए इस तरह की स्टोरेज यूनिट्स विकसित कर चुकी है और ऑर्डर मिलने पर कंपनी प्रॉडक्शन शुरू कर देगी। वोल्टास के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप बख्शी ने कहा कि कंपनी अल्ट्रा-लो टेंपरेचर डीप फ्रीजर्स को आयात करने की प्रक्रिया में है जिसमें माइनस 86 डिग्री तापमान पर स्टोरेज किया जा सकता है। इनके प्रॉडक्शन के लिए कंपनी ने एक विदेशी पार्टनर के  साथ करार किया है। उन्होंने कहा कि जब अगस्त में फाइजर और मॉर्डर्ना की वैक्सीन भारत आएगी तो हम उनकी जरूरतें पूरी करने को तैयार होंगे। कोवैक्सिन, कोविशील्ड और स्पूतनिक वी के लिए कंपनी स्टोरेज यूनिट्स का प्रॉडक्शन बढ़ा रही है। गोदरेज अप्लायंसेज वैक्सीन स्टोरेज के लिए ऐसी यूनिट्स बनाने को तैयार है जिसमें माइनस 80 डिग्री में वैक्सीन को रखा जा सकता है। कंपनी के बिजनस हेड कमल नंदी ने कहा कि ऑर्डर मिलते ही कंपनी प्रॉडक्शन शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने प्रॉडक्ट विकसित कर दिया है लेकिन उसे अभी तक कोई ऑर्डर नहीं मिला है। लेकिन फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन आने के बाद ऑर्डर मिलने लगेंगे।

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