मेरठ।चैत्र नवरात्र के पहले दिन श्रद्धा, आस्था व भक्ति की त्रिवेणी में श्रद्धालुओं ने गोते लगाए। मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगीं। हाथ में पूजा की थाल व मुंह पर मास्क लगाए श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते हुए अपनी
बारी की प्रतीक्षा करते रहे। इस बार मंदिरों के बाहर लगने वाले मेले नहीं लगे। अधिकांश श्रद्धालुओं ने घर पर ही माता की आराधना की।
सुबह से ही सदर काली माई मंदिर में तड़के से श्रद्धालुओं की कतारें लगी। मुख्य पुजारी सोंकेत बनर्जी ने माता का शृंगार कर आरती की। सेवक गोल्डी मल्होत्रा ने कोविड.19 की गाइड लाइन का पालन कराने में सहयोग किया। मनसा देवी मंदिर कालियागढ़ी में मां भगवती के प्रथम दिव्य स्वरूप मां शैलपुत्री की भक्ति भाव से आराधना हुई। पंडित भगवत गिरी ने माता का शृंगार कर महिमा बताई। इस बीच बिना मास्क पहुंची महिलाओं को दर्शन के लिए मना किया गया तो नोकझोंक हो गई। बाद में उन्होंने चुन्नी लपेटकर दर्शन किए। गोल मंदिर में पंडित राम नारायण शर्मा ने माता का भव्य शृंगार किया। सुबह से मंदिर में भक्ति व आस्था का संगम हुआ। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मंदिर से लेकर सड़क तक घेरे बनाए गए थे। गोल मंदिर सेवा समिति की ओर से जुटे युवकों ने थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज कर श्रद्धालुओं को माता के दर्शन कराए।
औघड़नाथ मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बच्चा पार्क स्थित कंठी माता मंदिर में पंडित दिनेश नौटियाल ने माता के दिव्य स्वरूप की आराधना की। न्यू मोहनपुरी स्थित दयालेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति भाव के साथ माता के प्रथम दिव्य स्वरूप की आराधना की गई। मुख्य पुजारी पंडित श्रवण कुमार झा ने हवन यज्ञ कर माता का आह्वान किया। इसी के साथ झारखंडी महादेव मंदिर नगर निगम परिसर, भोलेश्वर मंदिर नई सड़क, सती मंदिर सूरजकुंड, बाबा मनोहर नाथ मंदिर सूरजकुंड, चंडी देवी मंदिर व दुर्गा मंदिर नौचंदी ग्राउंड में भी माता का पूजन किया गया।

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