मेरठ। कोरोना संक्रमित रोगियों को ऑक्सीजन की जरूरत के मद्देनजर अब ऑक्सीजन की आपू्र्ति प्राथमिकता पर मेडिकल कालेज, अस्पतालों को की जाएगी। ताकि किसी भी रोगी की जान ऑक्सीजन के अभाव में न जाए। इंडस्ट्री को ऑक्सीजन फिलहाल नहीं मिलेगी। ऐसे में जिला उद्योग केंद्र में अफसरों ने उद्यमियों के साथ बैठक की। हालात पर चर्चा की। सहमति बनी कि फिलहाल इंडस्ट्री में ऑक्सीजन का प्रयोग न करें। जो खाली सिलेंडर हैं वह उद्यमी प्रशासन को उपलब्ध करा दें, ताकि सिलेंडरों को भरवाकर रख लिया जाए और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटा जा सके। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र सभागार में हुई बैठक में शहर के तमाम औद्योगिक, व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उद्योग विभाग और प्रशासनिक अफसरों ने भी हिस्सा लिया। कमल ठाकुर और राजकुमार शर्मा समेत आईआईए व अन्य औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सहयोग का आश्वासन दिया। कहा कि उद्यमी औद्योगिक इकाइयों में ऑक्सीजन का प्रयोग फिलहाल नहीं करेंगे। खाली सिलेंडर अपने वेंडर अथवा प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे। जिला उद्योग विभाग के माध्यम से यह सिलेंडर देंगे, जिनकी वापसी उद्योग विभाग के अफसर सुनिश्चित कराएंगे। उपायुक्त उद्योग वीके कौशल ने इसका भरोसा दिया। 50 हजार ऑक्सीजन के सिलेंडर होंगे उपलब्ध : अभी ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलंग की क्षमता करीब 27 हजार के आसपास है। जानकारी के मुताबिक ऑक्सीजन उपलब्ध है, लेकिन सिलेंडर नहीं हैं। ऐसे में उद्यमी और छोटे दुकानदार यदि खाली ऑक्सीजन सिलेंडरों को उपलब्ध करा देंगे तो यह रिफलिंग 50 हजार सिलेंडरों तक हो सकती है। जिन्हें भरकर इमरजेंसी के लिए तैयार रखा जा सकता है।
No comments:
Post a Comment