पोषाहार से बने व्यंजनों की प्रतियोगिता में शहर प्रथम व रजपुरा द्वितीय
आमजन को पोषाहार व स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जा रहा पोषण माह
पोषण माह में अब तक बनीं 1082 पोषण वाटिकाएं
वरिष्ठ संवाददाता
मेरठ । विकास भवन सभागार में मंगलवार को बाल विकास सेवा एंव पुष्टाहार विभाग की ओर से तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह के तहत जिलाधिकारी के बालाजी की अध्यक्षता में जनपद की सभी 13 परियोजनाओं के आंगनबाडी केन्द्रों पर आपूर्ति किये जाने वाले पोषाहार से बने विविध व्यंजन की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। व्यंजन प्रतियोगिता में सभी 13 परियोजनाओं से दो-दो आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा 10 रेसिपी बनाकर लायी गयी थीं। प्रतियोगिता में बाल विकास परियोजना शहर प्रथम, बाल विकास परियोजना रजपुरा द्वितीय एवं बाल विकास परियेाजना मवाना तृतीय रहे।

जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उसके उपरान्त पोषण अभियान जागरूकता के सम्बन्ध में हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ अपने हस्ताक्षर कर किया। उन्होंने कहा कि पोषाहार व स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से पोषण माह मनाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न गतिविधियां संचालित करायी जा रही हैं। जिलाधिकारी ने बताया अभी तक 1082 पोषण वाटिकाएं आंगनबाडी केन्द्रों पर बनायी गयी हैं, बच्चों का वजन कराया जा रहा है, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की सूची बनायी जा रही है तथा तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित सैम बच्चों को एनआरसी पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया गया है, ताकि वह जल्द स्वस्थ हो सकें। उन्होंने सभी को इसके लिए बधाई दी तथा और अधिक मेहनत से कार्य करने को कहा। जिलाधिकारी द्वारा सभी व्यंजन स्टाल का निरीक्षण कर विभिन्न व्यंजनों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने जनपद के सभी आंगनबाडी केन्द्रों पर पोषण वाटिका बनाये जाने के बारे में बताया। जिलाधिकारी को विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि व्यंजन प्रतियोगिता के लिए निदेशक प्रभागीय वानिकी अधिकारी, अपर नगर मजिस्ट्रेट, एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी की एक टीम बनायी गयी थी। टीम द्वारा सभी व्यंजन के स्टालों के व्यंजनों का निरीक्षण किया एवं चखकर निर्णय लिया। इसमें प्रथम बाल विकास परियोजना शहर, द्वितीय बाल विकास परियोजना रजपुरा एवं तृतीय बाल विकास परियोजना मवाना को घोषित किया गया। इन तीनों को पुरस्कृत किया गया । शेष सभी अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने राष्ट्रीय पोषण माह में आंगनबाडी केन्द्रों पर की जाने वाली गतिविधियों बारे में तथा जिले के शून्य से पांच वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों के वजन के बाद की स्थिति की जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया पोषण माह में करायी जाने वाली गतिविधियों में जनपद मेरठ पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम आया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के 176714 बच्चों का वजन किया गया जिसमें 5225 बच्चे कुपोषित,1082 बच्चे अतिकुपोषत तथा 14 तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित सैम चिन्हित किये गये। शेष 170393 बच्चे सामान्य श्रेणी में पाये गये। अभी तक चार तीव्र गम्भीर अतिकुपोषित सैम बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया जनपद में 260 वृहद पेाषण वाटिका एंव 822 लघु पोषण वाटिका स्थापित की जा चुकी हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ ईशा दुहन, डीएफओ अदिति सिंह, एसीएम सुनीता सिंह, एआरटीओ प्रशासन श्वेता वर्मा, नीता गुप्ता, जिला विकास अधिकारी डीएनतिवारी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
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