जागरूकता लाने के लिए 27 सितम्बर तक मनाया जाएगा सप्ताह
नोएडा। अल्जाइमर्स.डिमेंशिया दिवस पर जिला अस्पताल में सोमवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी और अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. वीबी ढाका ने बैनर पर हस्ताक्षर कर की। जनपद में 27 सितम्बर तक अल्जाइमर्स.डिमेंशिया सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान विविध आयोजन किये जाएंगे। इसके तहत कोविड.19 के सभी दिशा.निर्देशों का पालन करते हुए रैली, संगोष्ठी, अर्बन स्लैम कैम्प, मंद बुद्धि प्रमाण पत्र प्रदान करने के सम्बन्ध में शिविर आयोजित किये जाएंगे।मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण व जिला अस्पताल के मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम ने अल्जाइमर्स.डिमेंशिया के बारे में बताया। वक्ताओं ने बताया कि उम्र बढने के साथ ही तमाम तरह की बीमारियाँ हमारे शरीर को निशाना बनाना शुरू कर देती हैं । इन्हीं में से एक प्रमुख बीमारी बुढापे में भूलने की आदतों अल्जाइमर्स .डिमेंशिया की है, ऐसे बुजुर्गों की तादाद बढ रही है। इसीलिए इस बीमारी की जद में आने से बचाने के लिए हर साल 21 सितम्बर को विश्व अल्जाइमर्स.डिमेंशिया दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य जागरूकता लाना है ताकि घर.परिवार की शोभा बढाने वाले बुजुर्गों को इस बीमारी से बचाकर उनके जीवन में खुशियाँ लायी जा सकें। इसी के तहत 21 से 27 सितम्बर तक चलने वाले राष्ट्रीय डिमेंशिया जागरूकता सप्ताह के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये इस बीमारी की सही पहचान और उससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता लाने की बढी कोशिश की जायेगी । टीम ने बताया कि बुजुर्गों को डिमेंशिया से बचाने के लिए जरूरी है कि परिवार के सभी सदस्य उनके प्रति अपनापन रखें। अकेलापन न महसूस होने दें, समय निकालकर उनसे बातें करें, उनकी बातों को नजरंदाज कदापि न करें बल्कि उनको ध्यान से सुनें। ऐसे कुछ उपाय करें कि उनका मन व्यस्त रहे, उनकी मनपसंद की चीजों का ख्याल रखें। निर्धारित समय पर उनके सोने.जागने, नाश्ता व भोजन की व्यवस्था का ध्यान रखें। अमूमन 65 साल की उम्र के बाद लोगों में यह बीमारी देखने को मिलती है। इसके लिए जरूरी है कि जैसे ही इसके लक्षण नजर आएं तो जल्दी से जल्दी चिकित्सक से परामर्श करें। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नेपाल सिंह, मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम की मनोचिकित्सक डा. तनूजा गुप्ता, मनोचिकित्सीय सामाजिक कार्यकर्ता डा.रजनी सूरी, स्टाफ नर्स सोनी सहित अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ के सदस्य मौजूद रहे। डिमेंशिया के लक्षण :- रोजमर्रा की चीजों को भूल जाना, व्यवहार में परिवर्तन आना, रोज घटने वाली घटनाओं को भूल जाना, दैनिक कार्य न कर पाना आदि इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं । इसके चलते बातचीत करने में दिक्कत आती है या किसी भी विषय में प्रतिक्रिया देने में विलम्ब होता है । डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रोल, सिर की चोट, ब्रेन स्ट्रोक, एनीमिया और कुपोषण के अलावा नशे की लत होने के चलते भी इस बीमारी के चपेट में आने की सम्भावना रहती है।
नोएडा। अल्जाइमर्स.डिमेंशिया दिवस पर जिला अस्पताल में सोमवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी और अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. वीबी ढाका ने बैनर पर हस्ताक्षर कर की। जनपद में 27 सितम्बर तक अल्जाइमर्स.डिमेंशिया सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान विविध आयोजन किये जाएंगे। इसके तहत कोविड.19 के सभी दिशा.निर्देशों का पालन करते हुए रैली, संगोष्ठी, अर्बन स्लैम कैम्प, मंद बुद्धि प्रमाण पत्र प्रदान करने के सम्बन्ध में शिविर आयोजित किये जाएंगे।
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