स्वास्थ्य विभाग की मानसिक स्वास्थ्य टीम ने किया महिला थाने में कार्यक्रम
नोएडा। स्वास्थ्य विभाग की मानसिक स्वास्थ्य टीम ने शुक्रवार को सेक्टर 39 स्थित महिला थाने में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, स्ट्रेस मैनेजमेंट व सुसाइड प्रिवेंशन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में उपस्थित महिला पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों को विभिन्न मानसिक रोगों के लक्षण, कारण व उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया।
मानसिक स्वास्थ्य टीम ने डिप्रेशन चिंता, बाइपोलर डिसआर्डर, सिजोफ्रेनिया, मंदबुद्धि, मिर्गी के दौरे, नशे की लत, ओसीडी व अन्य कई बीमारियों के बारे में जानकारी दी। टीम ने स्ट्रेस मैनेजमेंट के तरीकों के बारे में बताया कि किस तरह निजी जिंदगी में कार्यस्थल अन्य कारणों से होने वाले तनाव का सामना मानसिक तौर पर स्वस्थ रहकर किया जा सकता है। आधारभूत यौगिक विधियां, ध्यान विश्राम, क्रीड़ा, मनोरंजन व अन्य साधनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने को प्रेरित किया गया। साथ ही सुसाइड प्रिवेंशन के बारे में जानकारी दी गयी।

मनोचिकित्सक डा. तनूजा ने  मनोग्रसित बाध्यता विकार (ओसीडी) के बारे में बताया। उन्होंने बताया यह एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी के रोगियों को लगता है कि उन्हें चीजों को दोबारा जांचना होगा। ओसीडी रोगी कुछ कार्यवाही नियमित रूप से करता है या विचार करता है अथवा बार-बार घूमता है। बार-बार बेवजह हाथ धोना भी इसका लक्षण है।

मनोचिकित्सकीय सामाजिक कार्यकर्ता डा. रजनी सिहं ने मानसिक रोगों के लक्षण बताये। उन्होंने बताया जिस तरह से शारीरिक बीमारियों खांसी बुखार का इलाज है, उसी तरह मानसिक रोगों का भी इलाज है बस उसके लिए लक्षण जानना जरूरी है। इसको आसानी से पहचाना जा सकता है। उन्होंने बताया देश में मानसिक अवसाद (डिप्रेशन) बढ़ता जा रहा है। मन उदास रहना, अकेले रहना, कहीं भी जाने से कतराना, आत्महत्या के विचार आना इसके लक्षण है। उन्होंने इसका कारण भागदौड़-प्रतियोगिता भरी जिन्दगी और एकल परिवार बताया। उन्होंने कहा इस बीमारी से बचने के लिए अपनी बातों को उचित व्यक्ति से शेयर करना बहुत जरूरी है।
क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट नीति सिंह ने स्ट्रेस मैनेजमेंट के बारे में बताया। उन्होंने बताया ऐसा होने पर खेलकूद मनोरंजन, ध्यान लगाकर व अन्य साधनों से इसे काफी हद तक दूर किया जा सकता है। साइकेटिस्ट नर्स ने भी इन सभी समस्याओ के उपचार और समाधान सुझाये। कार्यक्रम के अंत में मानसिक रोग या अवसाद से ग्रसित लोगों को परामर्श दिया गया। जरूरत के हिसाब से उपचार और दवा भी दी गयीं। टीम ने बताया कि नोएडा, सेक्टर 30  स्थित जिला अस्पताल में कमरा नंबर 112 में सोमवार, मंगलवार, व गुरूवार को मानसिक स्वास्थ्य की ओपीडी का संचालन किया जाता है। कोई भी व्यक्ति वहां आकर निशुल्क परामर्श व उपचार करा सकता है।

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