० 22 तक स्कूल.कॉलेज बंद
लखनऊ। चीन से फैले कोरोना वायरस ने व्यापक रूप धारण कर लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के इसको महामारी घोषित करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इसको महामारी के समकक्ष घोषित किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वायरस को महामारी घोषित नहीं किया है, लेकिन उसके कुछ एक्ट को इस दौरान लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ दिनेश शर्मा तथा स्वास्थ्य जय प्रताप सिंह चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना तथा शीर्ष अधिकारियों के साथ करीब दो घंटा मंथन किया।
बता दें देश में पहली मौत होने और उत्तर प्रदेश में अब तक 11 मरीजों के सामने आने के बाद प्रदेश सरकार ने बचाव के उपाय तेज कर दिए हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को 22 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है। यह बंदी बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक, व्यावसायिक और चिकित्सा शिक्षा से जुड़े सभी संस्थानों पर लागू होगी। सिर्फ वही शिक्षण संस्थान पूरी सतर्कता के साथ खुलेंगे, जहां पहले से परीक्षाएं चल रही हैं।
मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश इस समय कोरोना वायरस काफी नियंत्रण में है। सरकार ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित नहीं किया लेकिन स्वास्थ्य विभाग को आपात स्थिति के लिए अलर्ट किया गया है। इसको महामारी नहीं घोषित किया गया है, बीमारी के लिए एपिडेमिक ऐक्ट के अंतर्गत कुछ विशेषाधिकार नियत किए गए हैं। सरकार की तरफ से इससे लडऩे के हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। कोरोना वायरस की जांच के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ ही संजय गांधी पीजीआई में इसके संक्रमण के जांच की सुविधा है। इसके साथ ही लोहिया संस्थान में भी जांच हो रही है। सीएमयोगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने इस बीमारी को महामारी तो घोषित नहीं किया है लेकिन उसके कुछ प्रावधान लागू करने का फैसला किया है। सीएम ने कहा कि मास्क की जरूरत नहीं है तो न लगाएं। सीएम ने कहा कि हम लोगों को जागरूक करेंए साथ ही इसकी कालाबाजारी पर रोकथाम के उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है सिर्फ वही मास्क लगाएं। अनावश्यक रूप से मास्क लगा कर इसको पैनिक करने से बचें।
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