न्यूज़ यूपी 24X7 |मुजफ्फनगर। गैर संचारी रोगो की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर नजर आ रहा है। जिसक मद्देनजर जनपद में 16 जनवरी से 15 फरवरी तक अभियान चलाया जाएगा। जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं व पुरुषों को गैर संचारी रोगों की जांच की जाएगी। और इलाज किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी प्रवीण चोपड़ा ने बताया कि गैर संचारी रोग के अंतर्गत बीमारियां पहले 40 से 50 वर्ष के दरम्यान लोगों को घेरती थीं, वह अब 30 वर्ष या उससे पहले ही अपने चपेट में ले रही हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन प्रदेश के सभी जिलों में 16 जनवरी से 15 फरवरी 2020 तक गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग के लिए अभियान चलाने जा रहा है। जनपद के जिन उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आदि के माध्यम से क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं| उन प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में गैर- संचारी रोगों की प्राथमिक जांच की जाएगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि जिले में 30 साल से ऊपर की आयु के लगभग 2.35 लाख पुरुष व महिलाओं की स्क्रीनिंग का लक्ष्य मिला है| यह अभियान ग्रामीण क्षेत्र के 7 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व शहरी क्षेत्र के 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा निर्धारित रोस्टर के अनुसार 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं व पुरुषों को गैर संचारी रोगों – डायबिटीज़, हाइपरटेंशन, ओरल व ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाकर उनकी जांच की जाएगी। इसके तहत सभी का समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र (सीबैक फॉर्म) भरा जाएगा, जिसे सीएचओ या एएनएम के पास जमा किया जाएगा और बाद में इसे गैर संचारी रोग पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा| आवश्यकता पड़ने पर एएनएम व कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर(सीएचओ) द्वारा अपने उपकेंद्र क्षेत्र के दूरस्थ गांवों में भी कैंप लगाकर लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी|
इसके साथ ही जिले की सभी आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, सीएचओ, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति और आरोग्य महिला समिति के सदस्यों की भी स्क्रीनिंग निकटतम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर की जाएगी| स्क्रीनिंग के बाद चिन्हित लाभार्थियों को आवश्यकतानुसार उपचार दिया जाएगा। साथ ही अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने कार्यक्षेत्र के सभी घरों का भ्रमण कर परिवार फोल्डर बनाया जाएगा और 30 साल से अधिक आयु वर्ग के पुरुषों का सीबैक फॉर्म भरा जाएगा| इस अभियान की समीक्षा जिलाधिकारी हर हफ्ते करेंगे।
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