- जरूरत पड़ने पर कब किस नंबर पर करें कॉल
- 31 तक चलेगा जनपद में जागरूकता अभियान
न्यूज़ प्रहरी 24X7 |मेरठ| जनपद में स्वास्थ्य विभाग ने एम्बुलेंस सेवा के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया है। इस अभियान में स्कूलों पर फोकस किया गया है। 31 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में विभाग के अधिकारी कर्मचारी स्कूलों में जाकर बच्चों को बता रहे हैं कि लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस 102 और 108 की सेवा कब और कैसे ली जा सकती है।
एम्बुलेंस सेवा के प्रभारी प्रोमिल त्यागी ने बताया प्रदेश सरकार की ओर से मरीजों व महिलाओं को अस्पताल लाने-ले जाने के लिये 102-108 एम्बुलेंस की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने बताया जिले में 108 सेवा की 37 एम्बुलेंस और 102 की 38 एम्बुलेंस हैं। इसके अलावा चार एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस हैं। शहर व देहात से मरीजों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर पहुंचाने के लिये 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। लेकिन अब भी काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्हें इस सेवा के बारे में जानकारी नहीं है। इसी वजह से मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. राजकुमार के निर्देशन में जिले भर में सरकारी स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं व शिक्षक-शिक्षकाओं को एम्बुलेंस सेवा के बारे में जानकारी दी जा रही है।
उन्हें बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस 108 सड़क व अन्य कोई दुर्घटना होने पर, तेज पेट दर्द होने पर व सांस लेने में तकलीफ होने पर, तेज बुखार व संक्रमण होने पर, दिल का दौरा पड़ने पर, किसी जानवर के काटने पर व बेहोश होने पर, डायरिया व मौसम से जुड़ी कोई भी बीमारी होने पर, मघुमेह रोगी को परेशानी होने पर, लकवा व मिर्गी का दौरा पड़ने पर, मानसिक अवसाद होने पर व जहर खा लेने पर, कोई प्राकृतिक आपदा आने पर, आग लगने से झुलस जाने पर 108 नम्बर पर फोन कर एम्बुलेंस की नि.शुल्क सुविधा तत्काल उपलब्ध करायी जाती है। इसी तरह एम्बुलेंस 102 की सेवा गर्भवती महिला को घर से अस्पताल तक लाने और वापस घर तक छोड़ने, बेहतर इलाज के लिए गर्भवती महिला व शिशु को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक पहुंचाने, एक साल तक के बच्चों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर घर से अस्पताल लाने और वापस अस्पताल से घर छोड़ने के लिए ली जा सकती है। एम्बुलेंस सेवा लेने के लिए 102 और 108 नम्बर पर लैंडलाइन और मोबाइल फोन से से कॉल की जा सकती है। फोन करने पर तुरंत एम्बुलेंस सेवा प्रदान की जाती है।
अनावश्यक कॉल्स परेशानी का सबब
108 और 102 के कॉल सेंटर में हर रोज हजारों अनावश्यक कॉल्स आती हैं, जिसकी वजह से आपताकालीन सेवाओं में बाधा पड़ती है और जरूरतमंदों को समय पर सेवा मिलने में परेशानी आ जाती है। एम्बुलेंस सेवा प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि वह अनावश्यक रूप से कॉल न करें, इससे कई बार जरूरतमंद लोगों तक सेवा पहुंचने में बाधा आ जाती है। आपका यह व्यवहार किसी के लिए जान लेवा साबित हो सकता है।
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