सीसीएसयू में प्रो. विशंभर नाथ पुरी की याद में राष्ट्रीय सेमिनार
जल योद्धा उमाशंकर पांडे बोले- पौधों का संरक्षण जरूरी
मेरठ। सीसीएसयू के वनस्पति विज्ञान विभाग ने बुधवार (10 दिसंबर, 2025) को विभाग के संस्थापक प्रोफेसर विशंभर नाथ पुरी की स्मृति में संस्थापक दिवस मनाया। इस अवसर पर "जैव विविधता संरक्षण एवं सतत विकास" विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
जल संरक्षण पर पद्मश्री उमाशंकर पांडे का संदेश
कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र मुख्य अतिथि पद्मश्री उमाशंकर पांडे (सामाजिक कार्यकर्ता एवं जल योद्धा) की उपस्थिति में हुआ। प्रो. हरे कृष्णा जी (ऑर्डिनेटर, IQAC) ने अन्य विशिष्ट अतिथियों—श्री भगवती प्रसाद राघव और श्री देवराज सिंह—के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अपने मुख्य उद्बोधन में जल योद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडे ने सतत विकास के लिए जनभागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हर व्यक्ति को पौधों का संरक्षण करना चाहिए और भविष्य के लिए जल को बचाना होगा।" उन्होंने अपील की कि हम पानी और वनस्पतियों का कम से कम दुरुपयोग करें, ताकि प्रकृति को नई पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने माता-पिता की सेवा करने पर भी जोर दिया।
प्रमुख पादप शास्त्रियों ने किया व्याख्यान
कार्यक्रम संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. रमाकांत ने अतिथियों का स्वागत किया। सेमिनार में प्रो. एस.पी. अधिकारी (पूर्व कुलपति, बालासोर), प्रो. एस. के. चतुर्वेदी (नागालैंड विश्वविद्यालय), प्रो. आर.सी. दुबे (गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय), डॉ. ओ. एन. तिवारी (भा.कृ.अ.प., नई दिल्ली), प्रो. ए. एन. (पंजाब विश्वविद्यालय) और डॉ. अर्चना पांडेय (बिलासपुर) जैसे देश के प्रसिद्ध पादप शास्त्रियों ने अपने आमंत्रित व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति के रूप में प्रो. हरे कृष्णा जी ने की। वक्ताओं ने जैव विविधता को बचाए रखने की तात्कालिक आवश्यकता और पर्यावरण संतुलन में वनस्पति विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के समापन सत्र में शोधार्थियों को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए पुरस्कृत किया गया। इस दौरान प्रो. वीरपाल सिंह (निदेशक शोध एवं विकास), प्रो. शैलेंद्र शर्मा (कृषि संकाय अध्यक्ष), प्रो. राकेश कुमार शर्मा (शिक्षा संकाय अध्यक्ष), और प्रो. मुकेश शर्मा (गणित) सहित कई प्रमुख संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
विभाग में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान शोध पत्रों की प्रस्तुति में छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में मौखिक (Oral) और पोस्टर प्रस्तुति के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
• मौखिक शोध पेपर प्रस्तुति (Oral Presentation): इसमें दीप्ति तेवतिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। शिवानी चौहान को द्वितीय और हर्षदीप शर्मा को तृतीय स्थान मिला। प्रतियोगिता में कुल 11 शोधार्थियों ने हिस्सा लिया।
• पोस्टर पेपर प्रस्तुति (Poster Presentation): पोस्टर श्रेणी में तेजस्विनी ने बाजी मारते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। पवन कुमार को द्वितीय और मृत्युंजय मावी को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। इस श्रेणी में कुल 25 प्रतिभागियों ने अपने शोध प्रदर्शित किए।


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