फॉरेंसिक छात्रों का औद्योगिक भ्रमण एवं वीर बाल दिवस पर भावपूर्ण रोल प्ले
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि में शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ संस्कारों के संवर्धन का अद्भुत उदाहरण देखने को मिला। एक ओर जहाँ फॉरेंसिक साइंस विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए औद्योगिक भ्रमण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-1 एवं गणेश शंकर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वीर बाल दिवस का भावपूर्ण आयोजन किया गया।
केरल वर्मा सुभारती कॉलेज ऑफ साइंस के फॉरेंसिक साइंस विभाग द्वारा विद्यार्थियों को व्यावहारिक एवं उद्योग उन्मुख शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शरलॉक इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, दिल्ली में एक दिवसीय औद्योगिक भ्रमण-सह-कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह औद्योगिक भ्रमण डॉ. रणजीत सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), शरलॉक इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस तथा अफरीन तरन्नुम, अकादमिक निदेशक के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
इस शैक्षणिक गतिविधि में फॉरेंसिक साइंस विभाग के कुल 26 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनके साथ विभाग के दो संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों को फिंगरप्रिंट विश्लेषण एवं प्रश्नित दस्तावेज परीक्षण से संबंधित आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विद्यार्थियों ने फिंगरप्रिंट पैटर्न की पहचान, फिंगरप्रिंट विकास की विभिन्न विधियों तथा हस्तलेखन, हस्ताक्षर एवं दस्तावेजों की जाँच की प्रक्रियाओं को प्रत्यक्ष रूप से समझा।
इसके अतिरिक्त, विशेषज्ञों द्वारा प्रयोगशाला में संचालित वास्तविक मामलों के उदाहरण प्रस्तुत किए गए, जिससे विद्यार्थियों को फॉरेंसिक विज्ञान के व्यावसायिक अनुप्रयोगों की गहन समझ प्राप्त हुई। इस अवसर पर विद्यार्थियों को साइबर फॉरेंसिक विभाग का भी संक्षिप्त परिचय दिया गया, जिसमें साइबर अपराध, डिजिटल साक्ष्य तथा डिजिटल फॉरेंसिक जाँच की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। यह औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ, जिससे उनके व्यावहारिक कौशल, विश्लेषणात्मक क्षमता एवं व्यावसायिक दृष्टिकोण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
फॉरेंसिक साइंस विभाग द्वारा इस सफल आयोजन के लिए माननीय कुलपति डॉ. प्रो. प्रमोद कुमार शर्मा, डॉ. रविंद्र कुमार जैन, डीन, फैकल्टी ऑफ साइंस तथा एस्थर लालरिंगजो, विभागाध्यक्ष, फॉरेंसिक साइंस के मार्गदर्शन एवं सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
वहीं दूसरी ओर, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-1 एवं गणेश शंकर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सिख धर्म के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के वीर साहिबज़ादों—बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह की शहादत के स्मरण में वीर बाल दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत आयोजित किया गया।
इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों तथा एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा दोनों साहिबजादों के जीवन पर आधारित एक दमदार, प्रभावशाली और विचारोत्तेजक रोल प्ले प्रस्तुत किया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वयंसेवकों एवं विद्यार्थियों में परफॉर्मेटिव लर्निंग के माध्यम से हिम्मत, विश्वास और सच्चाई जैसे मूल्यों का संचार करना था।
विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवकों ने वीर साहिबजादे जोरावर सिंह, फतेह सिंह, माता गुजरी एवं वज़ीर खान जैसे ऐतिहासिक किरदारों को जीवंत करते हुए बहुत कम उम्र में दिए गए साहिबजादों के महान बलिदान को मंच पर प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। अपने असरदार संवादों और सशक्त अभिनय के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह संदेश दिया कि “धर्म सर्वोपरि है और सच्चाई कभी भी अन्याय के आगे नहीं झुकती।”
रोल प्ले के माध्यम से साहिबजादों की दृढ़ आस्था, नैतिक शक्ति और अदम्य साहस को भावनात्मक रूप से उकेरा गया, जिसने उपस्थित दर्शकों को आज के समाज में नैतिक मूल्यों और सही आचरण पर आत्मचिंतन के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में विभाग के छात्र-छात्राओं, फैकल्टी सदस्यों एवं नॉन-टीचिंग स्टाफ ने सक्रिय सहभागिता निभाई।
ओपन-ग्राउंड में प्रस्तुत इस रोल प्ले ने एक सशक्त दृश्यात्मक एवं भावनात्मक प्रभाव छोड़ा, जिससे संदेश व्यापक स्तर तक पहुँचा। प्रस्तुति के दौरान विद्यार्थियों के समर्पण, आत्मविश्वास और ऐतिहासिक समझ की सभी ने सराहना की। इस रोल प्ले का समन्वयन डॉ. प्रीति सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, तथा राम प्रकाश तिवारी, असिस्टेंट प्रोफेसर एवं कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-1 द्वारा किया गया। उनके मार्गदर्शन से कार्यक्रम सुव्यवस्थित एवं प्रभावी रूप से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का समापन तालियों की गूंज और गहन विचार-विमर्श के साथ हुआ, जिसमें साहिबजादों के बलिदान की प्रासंगिकता तथा आज के युवाओं द्वारा सच्चाई, विश्वास और नैतिक साहस को अपनाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया गया।
इस अवसर पर प्रो.(डॉ.) ऋतेष चौधरी, विभागाध्यक्ष, पत्रकारिता विभाग; प्रो. आर. पी. सिंह, निदेशक, पत्रकारिता विभाग; डॉ. संतोष कुमार गौतम, डॉ. आशुतोष वर्मा, शैली शर्मा, तरुण जैन, गुंजेश ओझा, संजय जुगरान, काजल, अमित राय, रोहित, अंकित दीपक, ध्रुव, गोविंद, दीपक, आदित्य, नितेश तिवारी, जाह्नवी, मेघा, तनु, अनुष्का सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे।


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