कलाकार को सीमित नहीं कर सकती भाषा : रानी चटर्जी
मुंबई । कुछ भोजपुरी स्टार रानी चटर्जी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह नीलम वशिष्ठ के साथ दिख रही हैं। वीडियो में रानी कहती हैं, "कलाकार, कलाकार होता है, जो भले ही किसी भी भाषा का क्यों न हो। कलाकार को खुद को सीमित न रखकर एक्सप्लोर करना चाहिए। कला की कोई भाषा नहीं होती। जैसे भावनाएं अलग-अलग होती हैं, कभी इंसान हंसता है, कभी रोता है। ऐसा ही कलाकार होता है, जिसमें कई तरह के किरदार बसे होते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि वे कलाकार सबसे ज्यादा भाग्यशाली होते हैं जिन्हें हर भाषा में काम करने का मौका मिला है क्योंकि हमारे देश में कई भाषाएं हैं और सभी हमारे देश की पहचान भी हैं। वरिष्ठ भोजपुरी अभिनेत्री नीलम वशिष्ठ कहती हैं कि हमारे दर्शक हमारे हर किरदार को बहुत प्यार देते हैं, चाहे वे भोजपुरी में हों या हिंदी में। कलाकार के लिए ये पूरी इंडस्ट्री एक है और सारी भाषाएं उसकी हैं।
नीलम वशिष्ठ जल्द ही कलर्स टीवी के आगामी शो 'मौनरागम-गुनगुनाती खामोशी' में दिखने वाली है और उनका ये पहला हिंदी सीरियल होने वाला है। ये सीरियल समाज के सबसे गंभीर मुद्दे, भ्रूण हत्या, पर कटाक्ष करता है और लड़कियों पर जन्म से हो रहे अत्याचारों को दिखाता है।


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