500 करोड़ की जीएसटी चोरी में आठ गिरफ्तार
-एसटीएफ मेरठ यूनिट ने मेरठ, दिल्ली और अंबेडकर नगर से पकड़ा
-जीएसटी विभाग ने आगरा लोहामंडी थाने में दर्ज कराया था मुकदमा
मेरठ। फर्जी कंपनी बनाकर बिल काट कर 500 करोड़ की जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह के आठ आरोपियों को एसटीएफ मेरठ यूनिट ने अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया है। आरोपी दिल्ली, मेरठ व अंबेडकर नगर के रहने वाले है। इनके खिलाफ आगरा की लोहामंडी में मुकदमा दर्ज है।
सिविल लाइंस थाने में कानूनी प्रक्रिया के बाद सभी आरोपियों को आगरा पुलिस के हवाले कर दिया। सहायक आयुक्त विनीता श्रीवास्तव की तरफ से जुलाई में आगरा के लोहामंडी थाने में जीएसटी चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें अकबर रोड ब्लड बैंक कमला नगर में शर्मा इंटरप्राइजेज के नाम फर्म बनाकर जीएसटी चोरी की गई। विभाग को करोड़ की चपत लगाने वाले गिरोह ने जीएसटी पोर्टल पर फर्म के मालिक का नाम अर्पित शर्मा निवासी स्नेह सदन लखनऊ दिखा रखा था और जिस बिल्डिंग में फर्म का संचालन दिखा रखा था, वहां उक्त नाम से कोई फर्म संचालित नहीं हो रही थी।
जांच के दौरान बिल्डिंग मालिक ने इसकी पुष्टि की थी। जांच के दौरान आगरा पुलिस का पता चला कि एक गिरोह फर्जी फर्म बनाकर जीएसटी चोरी कर रहा है। जांच के दौरान आगरा पुलिस को पता चला था कि मेरठ जिले के न्यू इस्लामनगर निवासी दिलशाद मलिक आठ लोगों को गिरोह बनाकर पांच सौ करोड़ से ज्यादा जीएसटी चोरी कर चुका है।
इस गिरोह को दबोचने के लिए एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने एसटीएफ मेरठ यूनिट के एएसपी बृजेश सिंह को टास्क दिया था। एएसपी बृजेश सिंह ने बताया, दिलशाद गिरोह के आठ आरोपियों को मेरठ, दिल्ली और अंबेडकर नगर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 90 फर्म की मोहरे, 18 मोबाइल फोन, 54 बैंकों की चेकबुक, सात पेन कार्ड, चार वोटर कार्ड, 54 डेबिट कार्ड, तीन लैपटॉप, दो सिम कार्ड, पांच ट्रांसपोर्ट कंपनी की बिल बुक, 24 फर्मों की बिल बुक और चार लग्जरी कारें बरामद की हैं। उन्होंने पकड़े गए आरोपियों के नाम दिलशाद मलिक निवासी न्यू इस्लाम नगर लोहिया नगर, रमेश पटेल मूलनिवासी मरवटिया उपाध्याय पोस्ट भलुवनी जनपद देवरिया हाल निवासी न्यू अशोक नगर दिल्ली, मूल निवासी ओखलेना कल्यानपुर मेरठ, स्वतंत्र कुमार तिवारी निवासी पटेल नगर, गाजियाबाद मूल निवासी आदमपुर,जहांगीरगंज, अंबेडकरनगर, अंकुर तिवारी निवासी सत्तीसाईपुरम कालोनी, छपरौला, गौतम बुद्ध नगर, मूल निवासी आदमपुर, जहांगीरगंज, अंबेडकरनगर, सोहेल निवासी जैद गार्डन कालोनी लिसाड़ी गेट, जावेद मलिक निवासी न्यू इस्लाम नगर लोहिया नगर वसीम निवासी करीम नगर नौचंदी व इकरामुद्दीन निवासी जैदी नगर सोसायटी नौचंदी को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपियों पर सिविल लाइंस थाने में कानूनी प्रक्रिया के बाद आगरा पुलिस के हवाले कर दिया।
13 राज्यों में बना रखी थी बोगस फर्म
एसटीएफ मेरठ यूनिट एएसपी बृजेश सिंह ने बताया, आरोपी बड़े ही शातिर हैं। जीएसटी चोरी करने के लिए आरोपियों ने तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, नई दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, आसाम आदि राज्यों के फर्जी पतों पर कई बोगस फर्म पंजीकरण कराकर उनके माध्यम से जीएसटी चोरी कर रहे थे। यूपी में मेरठ, हापुड, गाजियाबाद, वाराणसी, नोएडा, कानपुर, लखनऊ, आगरा आदि फर्जी पतों पर भी कई बोगस फर्म पंजीकृत कर चला रहे थे। आगरा में दो फर्म पंजीकृत करा रखी थी। आगरा की शर्मा इंटरप्राइजेज नाम की फर्म से अकेले 137 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई है।
आरोपियों के मोबाइल फोन में 50 से अधिक ई-मेल आईडी लॉगिन थी, जिनके माध्यम से बोगस फर्मों का पंजीकरण, फर्जी इनवाइस एवं ई-वे बिल काटने, जीएसटी रिटर्न फाइलिंग एवं बैंक ट्रांजेक्शन संबंधी ओटीपी प्राप्त किया जाता था। मोबाइल फोन में उपलब्ध बैंक ट्रांजेक्शन के अवलोकन से बोगस फर्मों के माध्यम से आरोपी प्रथम दृष्टया 500 करोड़ से अधिक धनराशि की जीएसटी चोरी कर चुके हैं।
जीएसटी चोरी की रकम से बिजली बंबा बाईपास पर बनाई कालोनी
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि जीएसटी चोरी में पकड़ा गया जावेद रकम को संपत्ति की खरीद फरोख्त में लगाता था। बिजली बंबा बाईपास पर एक कालोनी में जीएसटी चोरी की रकम लगा रखी है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी बिजली बंबा बाईपास पर परिजनों के नाम से संपत्ति खरीद रखी है। एसटीएफ सभी आरोपियों के बारे में गहनता से जांच कर रही है कि कहां-कहां संपत्ति खरीद रखी है।


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