डीजेटी माइक्रोफाइनेंस ने  पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए हासिल की  130 करोड़ रुपये की फंडिंग 

 

मेरठ ।  भारत के तेजी से बढ़ते माइक्रोफाइनंस संस्थानों में से एक और वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध डीजेटी माइक्रोफाइनेंस ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और अग्रणी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से 130 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है। इस रणनीतिक फंडिंग से कंपनी की विस्तार योजनाओं में मदद मिलेगी और वह बैंकिंग सेवाओं से वंचित क्षेत्रों और उन समुदायों को किफायती ऋण उपलब्ध कराने की अपनी क्षमता बढ़ाएगी जिनके बीच बैंकिंग सेवाएं बहुत कम उपलब्ध हैं।


डीजेटी माइक्रोफाइनेंस के सीओओ श्री अविनाश कुमार ने कहा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और अग्रणी एनबीएफसी की ओर से हमारी कंपनी में नई ऊर्जा के साथ भरोसा जताना, वंचित समुदायों को सेवाएं देने की हमारी प्रतिबद्धता और हमारी मजबूत बुनियाद को परिलक्षित करता है। इस फंडिंग से जमीनी स्तर पर हमारी क्षमता उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगी जिससे हम अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकेंगे, अति लघु उद्यमियों को सशक्त कर सकेंगे और सभी उभरते बाजारों में वित्तीय समावेश को गहरा कर सकेंगे। जैसा कि इस क्षेत्र में एक स्वस्थ्य तेजी दर्ज की जा रही है, हम टिकाऊ वृद्धि पर सतत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

 

इस फंडिंग का उपयोग कंपनी के ऋण पोर्टफोलियो को मजबूत करने, नए भौगोलिक क्षेत्रों में परिचालनों का विस्तार करने, डिजिटल आधारभूत ढांचे में निवेश करने और अति लघु-उद्यमियों, छोटे व्यापारियों और कम आय वाले परिवारों के लिए सेवाओं में सुधार लाने में किया जाएगा। इससे अधिक ग्राहकों को सेवाएं देने, छोटे उद्यमियों को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर टिकाऊ आर्थिक वृद्धि को गति देने की इस कंपनी की क्षमता उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगी।

 


हाल की उद्योग रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों की आजीविका में सहयोग करने की इस क्षेत्र की सतत भूमिका इस बात से रेखांकित होती है कि 91 प्रतिशत माइक्रोफाइनेंस ऋणों का उपयोग आय सृजन के लिए किया गया। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के मुताबिक, सितंबर, 2025 के अंत तक इस उद्योग के कुल पोर्टफोलियो में बकाया 2.90 लाख करोड़ रुपये था जिससे 9 करोड़ से अधिक सक्रिय ऋणों और 5.5 करोड़ विशेष उधारकर्ताओं को सहयोग मिला। 

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