रंगदारी वसूलने को मां ने रचा था बेटे के अपहरण का नाटक
-पुलिस ने चौबीस घंटे में बालक को बरामद कर मां व परिचित को गिरफ्तार किया
-एक पखवाड़ा पूर्व पड़ोसी युवक को झूठे मुकदमे जेल भी भिजवा चुकी है आरोपी
मेरठ। पड़ोसी युवक से शादी का दबाव बाने और रंगदारी वसूलने के लिए मां ने ही बेटे के अपहरण का नाटक रच दिया। पुलिस ने 24 घंटे की जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर आरोपी मां व उसके परिचित को गिरफ्तार कर अपहृत बालक को नोएडा से बरामद कर लिया।
शुक्रवार शाम को पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात अभिजीत कुमार ने बताया, गुरुवार का सरधना थाना क्षेत्र के दबथुवा गांव निवासी सोनिया ने सरधना थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि पड़ोसी दो भाई मोहित व रोहित ने गांव के ही सतेंद्र उर्फ सहेंद्री व सुभाष के साथ मिलकर उनके दस वर्षीय बेटे लक्ष्य को अगवा कर लिया है। एसपी देहात ने बताया, घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही है। लिहाजा लक्ष्य की बरामदगी के लिए दो टीमें गठित की गई थी और सर्विलांस की मदद भी ली गई थी। जांच के दौरान पता चला था कि सोनिया की 15 साल पहले शादी हुई थी। दस साल पहले पति से झगड़ा होने के बाद वह बच्चों को मायके में छोड़कर खुद गाजियाबाद जाकर रखने लगी थी। दो साल से सोनिया मायके में रह रही थी और पड़ोसी युवक मोहित पर शादी करने का दबाव बना रही थी। शादी न करने पर मोहित व उसके परिजनों से एक लाख की रंगदारी मांग रही थी। मोहित के परिजनों ने जब सोनिया को रुपये देने से मना कर दिया तो सोनिया ने 31 अक्टूबर 2025 को सरधना थाने में एक मुकदमा दर्ज करा कर मोहित को जेल भिजवा दिया था।
जेल में मिलाई को दौरान बयान बदलने को मांगे थे रुपये
एसपी देहात ने बताया, सोनिया ने जेल में जाकर मोहित से मिलाई की थी और रुपये देने या फिर शादी करने पर कोर्ट में बयानों से मुकरने का वादा किया था। मोहित के परिजनों ने सोनिया को कुछ रुपये दे दिए थे। इसके बाद सोनिया ने कोर्ट में अपना बयान बदल कर मुकदमा छुड़ा दिया था। मोहित के जेल से बाहर आने पर सोनिया ने बाकी रुपयों की मांग की तो मोहित के परिजनों पर व्यवस्था नहीं हो पाई थी। मोहित, उसके भाई और चाचा समेत चार लोगों के बेटे के अपहरण के नाटक में फंसाने के लिए सोनिया ने साजिश रची और इस योजना में उसने अपने परिचित संजय निवासी राम विहार कालोनी गिरधरपुर छपरौला थाना बादलपुर जिला गौतमबुद्धनगर को शामिल किया और घटना वाले दिन सोनिया ने अपने दस वर्षीय बेटे लक्ष्य को संजय के साथ नोएडा भेज दिया।
ऐसे हुआ साजिश का भंडाफोड़
एसपी देहात अभिजीत कुमार ने बताया, बालक के अपहरण का मुकदमा दर्ज करने के बाद सोनिया के घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो घटना वाले दिन सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। सर्विलांस की मदद से सोनिया के मोबाइल की काल डिटेल खंगाली तो उस दिन कुछ संदिग्ध नंबरों पर सोनिया की बात हुई। जांच के दौरान पता चला कि सोनिया को बेटा लक्ष्य परिचित संजय के के पास है और गुरुवार रात सरधना थाना प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह ने नोएडा में दबिश देकर लक्ष्य को बरामद कर सोनिया और संजय को गिरफ्तार कर लिया। मोहिता की मां इंद्रेश की तहरीर पर दोनों आरोपियों पर रंगदारी मांगने व अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।


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