निडरता और त्याग के प्रतीक गुरु तेग बहादुर की शहादत को किया गया याद
द गुरूकुलम इंटनेशनल स्कूल में मनाया गया शहीदी दिवस
मेरठ। शास्त्री नगर स्थित द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल में गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा भावपूर्ण 'शबद कीर्तन' का गायन किया गया। इस दौरान 'आनंद साहिब ' के पाठ का आयोजन किया गया। नौवें गुरु के जीवन और सर्वोच्च बलिदान पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।यह दिन गुरु के धर्म और मानवता की रक्षा के लिए किए गए अतुलनीय और सर्वोच्च बलिदान को समर्पित है।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के प्रार्थना हॉल में हुआ, जहाँ शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर मधुर और भावपूर्ण शबद कीर्तन प्रस्तुत किए। इन शबदों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इसके उपरांत, आनंद साहिब का पवित्र पाठ किया गया, जिससे सभी उपस्थित लोगों को मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त हुई।
इस अवसर पर, स्कूल प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्यों ने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, शिक्षाओं और 'शीश' नवाने की घटना पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार गुरु ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए बिना किसी भय के अपनी शहादत दी, और उनका यह बलिदान हमें निडरता और सत्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाता है।
कार्यक्रम का समापन एक सामूहिक अरदास (अंतिम प्रार्थना) के साथ हुआ, जिसमें सभी ने गुरु के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए और देश तथा मानवता के कल्याण की कामना की। अंत में, सभी बच्चों और उपस्थित स्टाफ सदस्यों के बीच प्रसाद वितरित किया गया। स्कूल प्रशासन ने इस दिवस को मनाने के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को अपनी जड़ों और महान सांस्कृतिक विरासत से जोड़ते हैं, साथ ही उन्हें त्याग और समर्पण जैसे उच्च मानवीय मूल्यों को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित करते हैं।




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