आरजीपीजी में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने गायन का भव्य आयोजन

मेेरठ।  ‘वंदे मातरम्’ गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के स्मरणोत्सव में 07 नवम्बर 2025 को रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज,में छात्र कल्याण परिषद् एवं अनुशासन समिति के संयुक्त तत्वावधान में ‘वंदे मातरम्’ गीत गायन का भव्य आयोजन किया गया। 



कार्यक्रम का शुभारम्भ शिक्षिकाओं एवं छात्राओं द्वारा सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम्’ गीत के गायन से हुआ, जिससे पूरा परिसर राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत हो गया। इसके पश्चात प्रो. अपर्णा वत्स ने ‘वंदे मातरम्’ गीत के ऐतिहासिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह गीत श्री बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा अक्षय नवमी, 7 नवम्बर 1875 को रचा गया था और सर्वप्रथम ‘बंग दर्शन’ नामक साहित्यिक पत्रिका में धारावाहिक रूप में प्रकाशित हुआ। बाद में इसे उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनन्दमठ’ में स्थान मिला। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस गीत ने देशवासियों में एकता, साहस और देशभक्ति की भावना को प्रबल किया, जिसके परिणामस्वरूप 24 जनवरी 1950 को इसे भारतीय संविधान सभा द्वारा राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में लगभग 97 छात्राएँ उत्साहपूर्वक उपस्थित रहीं। 

इस अवसर पर छात्राओं ने गीत के माध्यम से भारत माता के प्रति अपनी आस्था और सम्मान व्यक्त किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में छात्र कल्याण परिषद् की अधिष्ठाता प्रो. अनु रस्तोगी तथा अनुशासन समिति की प्रभारी प्रो. नीलम सिंह, प्रो. कल्पना चौधरी, प्रो. रजनी श्रीवास्तव, प्रो. मंजूलता, मेजर प्रो. अंजुला राजवंशी, प्रो. भावना मित्तल, प्रो. अपर्णा वत्स, डॉ. रेनू चौधरी, डॉ. स्वाति शर्मा, डॉ. किरण, स्वाती मिश्रा, शैल वर्मा, लक्ष्मी, नीरू बत्रा, प्रीति, अनुपमा सिंह, हिना, चित्रांशी, मधु मलिक, मीनाक्षी जैन, सीमा गुप्ता, सीमा अग्रवाल एवं श्वेता का विशेष योगदान रहा।

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