ठेला लगवाने को लेकर पार्षदों में मारपीट

पुलिस 4 लोगों को थाने ले गई, समर्थकों ने थाना घेरा; इंस्पेक्टर से नोकझोंक

मेरठ।सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सूरजकुंड पार्क के बाहर एक ठेला लगवाने को लेकर बुधवार को भाजपा के दो पार्षद गुट भिड़ गए। दोनों पक्ष में जमकर लात घूसे चले, जिससे अफरातफरी मच गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और एक पार्षद समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस चारों को पीटते हुए थाने ले गई, जहां भाजपाईयों ने हंगामा कर दिया। करीब तीन घंटे तक भाजपाईयों ने थाना घेरे रखा। हालात उस समय और ज्यादा बिगड़ गए जब एसपी सिटी पर भाजपा महानगर अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को थ्रेड देने का आरोप लगा दिया। महापौर ने स्थिति को संभाला। इसके बाद पार्टी का आंतरिक मामला बताकर भाजपा नेता दोनों पक्षों को लेकर लौट गए। पार्षद समेत चारों युवकों को छोड़ दिया गया।

सूरजकुंड पार्क में विजयादशमी का बड़ा मेला लगता है। सोमवार काे यहां दो ठेले लगाने को लेकर भाजपा के क्षेत्रीय पार्षद सुमित शर्मा और वार्ड 44 पार्षद उत्तम सैनी के बीच विवाद हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची और बात की। तय हुआ कि विजयादशमी पर यहां दोनों में से कोई ठेला नहीं लगाएगा। मंगलवार सुबह सुमित पक्ष के सुफियान नाम के शख्स ने ठेला लगा लिया। उत्तम सैनी पक्ष को सूचना मिली तो वह मौके पहुंच गए। देखते ही देखते विवाद तूल पकड़ गया और दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। जिस वक्त यह वाकिया हुआ, उससे चंद मिनट पहले ही एसएसपी डा. विपिन ताडा का काफिला वहां से निकला था। एसएचओ सौरभ शुक्ला मौके पर पहुंचे और मारपीट कर रहे चार लोगों को दबोच लिया, जिनमें भाजपा पार्षद उत्तम सैनी भी थे।



चारों को पीटते हुए गाड़ी में ले गई पुलिस

हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो सुमित व उत्तम पक्ष में विवाद हो रहा था। पुलिस ने रोका तो उत्तम पक्ष ने पुलिस पर ही आरोप लगा दिए। पुलिस से धक्कामुक्की हो गई। पुलिसकर्मियों ने उत्तम समेत चार लोगों को पकड़ लिया। आरोप है कि पुलिसकर्मी चारों लोगों को पीटते हुए ले गई और गाड़ी में बैठा लिया। थाने में लाकर भी अभद्रता की गई। उस समय विवाद तूल पकड़ गया, जब कार्यकर्ताओं ने जनप्रतिनिधि को अपराधी की तरह जमीन पर बैठाने का आरोप लगा दिया।

हिरासत से पार्षद को छुड़ाने का प्रयास

पार्षद उत्तम सैनी को हिरासत में लेने की सूचना पर काफी संख्या में कार्यकर्ता सिविल लाइन थाने पहुंच गए और उन्होंने हंगामा कर दिया। पार्षद के साथ अभद्रता करने को लेकर वह एसएचओ सौरभ शुक्ला से नोकझोंक करने लगे। उन्होंने कार्यालय में घुसकर पार्षद को जबरन पुलिस हिरासत से मुक्त करने का प्रयास किया लेकिन फोर्स पहुंच गई और समर्थकों को बाहर खदेड दिया।

पार्षद सुमित शर्मा ने लगाए गंभीर आरोप

उत्तम सैनी पक्ष के थाने पहुंचने के कुछ देर बाद ही पार्षद सुमित शर्मा भी अपने समर्थकों के साथ सिविल लाइन थाने पहुंच गए। उन्होंने उत्तम सैनी पर गंभीर आरोप लगा दिए। सुमित ने कहा कि उत्तम सैनी लंबे समय से क्षेत्र के दुकानदारों को ब्लैकमेल करते आ रहे हैं। दिव्यांग सुफियान को भी ब्लैकमेल किया जा रहा था लेकिन उन्होंने विरोध किया। वह सुफियान के ठेले में आग लगाने की धमकी दे रहे थे। इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ और उत्तम सैनी के समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी।

दरोगा पर कार्यकर्ता को घूंसा मारने का अरोप

पार्षद को हिरासत में लेने की सूचना पर काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता सिविल लाइन थाने पहुंच गए। भाजपा नेता दीपक शर्मा व अंकित भी वहां आ गए। अभी एसएचओ सौरभ शुक्ला से बात हो ही रही थी कि हाशिमपुरा चौकी प्रभारी कौशलेंद्र सिंह से वीडियो बनाने को लेकर झड़प हो गई। जैसे तैसे मामला शांत हुआ। इसी बीच पीछे बैठकर वीडियो बना रहे भाजपा कार्यकर्ता अक्षय गोयल के साथ दरोगा की हाथापाई हो गई। आरोप है कि दरोगा ने अक्षय के घूंसा मार दिया। इसके बाद हंगामा हो गया। नाराज कार्यकर्ता पुलिस पर तानाशाही का आरोप लगा लॉकअप में बैठ गए और मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरु कर दिए।

कैंट विधायक ने व्यवहार पर जताई नाराजगी

भाजपा के दो पार्षदों में विवाद की सूचना पर कैंट विधायक अमित अग्रवाल सिविल लाइन थाने आ गए। एएसपी अंतरिक्ष जैन, सीओ कैंट नवीना शुक्ला, सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी भी पहुंच गए। बातचीत चल ही रही थी कि कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कार्यकर्ताओं से मारपीट व अभद्र भाषा बोलने का आरोप लगा दिया। हंगामा बढ़ता चला गया। तभी महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी और महापौर हरिकांत अहलूवालिया भी आ गए। कुछ ही देर में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने मध्यस्थता की। एसएचओ ने खेद व्यक्त किया, जिसके बाद मामला शांत होता चला गया।

एसपी सिटी के बयान पर भड़के भाजपाई

एसपी सिटी के सामने दोनों पक्षों की बात हो रही थी। महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी ने पार्टी का आंतरिक विवाद बताकर निस्तारण कराने का भरोसा दिलाया लेकिन साथ ही पुलिस के व्यवहार पर भी आपत्ति जताई। मामला उस समय दोबारा तूल पकड़ गया, जब एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की। महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी भड़क गए। विधायक अमित अग्रवाल व महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने एसपी सिटी पर सामने के सामने कार्यकर्ताओं को धमकाने का आरोप लगा दिया। करीब पांच मिनट तक अफरातफरी रही। बाद में एसपी सिटी ने खुद की कहीं बात को स्पष्ट किया, तब जाकर मामला निपटा।

बातचीत के दौरान यह लिया गया निर्णय

करीब तीन घंटे हंगामा हुआ, जिसमें निर्णय लिया गया कि विजयादशमी के मेले पर दोनों में से किसी भी व्यक्ति का ठेला नहीं लगेगा। मेले के बाद वह ठेला लगा सकते हैं। साथ ही यह भी तय हुआ कि दोनों पार्षदों में से कोई भी कानूनी कार्यवाही का रास्ता इस विवाद में नहीं अपनाएगा। पार्टी स्तर से विवाद सुलझा दिया जाएगा। इसके बाद महापौर, विधायक, महानगर अध्यक्ष दोनों पक्षों को लेकर वहां से निकल गए। काफी देर तक थाना सिविल लाइन में अफरातफरी मची रही।

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