यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखिए- प्रो. दिनेश कुमार 

 विवि के हॉस्टल में मनाई गई भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जयंती

 मेरठ। "सपने वो नहीं जो आप सोते वक्त देखते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते।”इसी प्रेरक विचार के साथ चौधरी चरण सिंह विवि स्थित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम छात्रावास में महान वैज्ञानिक, भारत रत्न एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर एक विचार गोष्ठी एवं प्रेरणा सत्र का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर दिनेश कुमार (मुख्य वार्डन) ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखिए।” उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम का पूरा जीवन संघर्ष, अनुशासन और दृढ़ निश्चय का प्रतीक है। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि परिश्रम और ईमानदारी से असंभव भी संभव हो सकता है।

इंजीनियर प्रवीण कुमार, वार्डन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम छात्रावास ने अपने उद्बोधन में कहा कि“सफलता उन्हीं के कदम चूमती है जिनके सपनों में ईमानदारी और कर्म में निरंतरता होती है।”उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे कलाम जी के सिद्धांतों “बड़ा सोचो, कठोर परिश्रम करो और विनम्र बने रहो”को अपने जीवन में अपनाएँ।

विचार गोष्ठी में डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. अमरीश कुमार, सरदार मनी सिंह एवं पूर्व छात्र संदीप मिश्रा ने वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि “आपका भविष्य आपके सपनों पर नहीं, बल्कि आपके कर्मों पर निर्भर करता है।”उन्होंने कलाम जी के प्रसिद्ध कथन का उल्लेख करते हुए कहा “आइए हम अपना आज इस तरह समर्पित करें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके।”कार्यक्रम का संचालन सहायक छात्रावास अधीक्षक डॉ. लक्ष्मी शंकर सिंह ने किया।

छात्र अगम पाठक ने डॉ. कलाम के जीवन एवं उनके राष्ट्रनिर्माण में योगदान पर प्रेरणादायक भाषण दिया, जिसने सभी उपस्थित विद्यार्थियों को भाव-विभोर कर दिया।इस अवसर पर कर्मचारी सूरज, भवेंद्र एवं छात्र हर्ष ठाकुर, संदीप यादव, कुलदीप राठौर, वंश शर्मा सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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