आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से हो अतीत का अध्ययन: प्रो अर्चना सिंह

मेरठ कॉलेज के इतिहास विभाग ने किया ब्रिज कोर्स शुरू 

मेरठ। मेरठ कॉलेज के डॉ रामकुमार गुप्ता सभागार में ब्रिज कोर्स का आरंभ  इतिहास विभाग द्वारा किया गया । इस आयोजन में मुख्य वक्ता प्रोफेसर अर्चना सिंह रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो चंद्रशेखर  भारद्वाज ने की। प्रोफेसर अर्चना सिंह ने छात्रों को जीवन में लेने वाले निर्णय एवं इतिहास के ज्ञान से अपनी समझ बढ़ाने के साथ इतिहास का अन्य विषयों के साथ संबंध समझाया। 

मुख्य वक्ता डॉ अर्चना सिंह ने कहा कि स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को तकनीक को अपनाकर अध्ययन करना चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अध्ययन एवं अध्यापन की प्रकृति को बदल के रख देगा। वही प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज के द्वारा छात्रों को स्मार्ट लर्निंग तथा टेक्नोलॉजी के उपयोग के बारे में अवगत कराया गया। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया की वे तकनीक के अच्छे पहलुओं को आत्मसात करें। आज जमाना पेपरलेस कार्य का है। किताबों का प्रचलन निरंतर घट रहा है। अतः समय की मांग है कि हम चैट जीपीटी एवं ग्रोक इत्यादि का प्रयोग अपने अतीत के अध्ययन में करें। अब आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा किसी भी विषय पर इतिहास की 10 सर्वोत्तम पुस्तकों का सारांश 1000 शब्दों में मिल सकता है। अतः पूरी पुस्तक पढ़ने की आवश्यकता नहीं। स्मार्ट बने समय के साथ चलें। कार्यक्रम का संचालन दिपांशु अग्रवाल द्वारा किया गया । इतिहास विभाग के शोधार्थियों विपिन कुमार,  दीपांशु अग्रवाल,  संदीप कुमार, अलकेश, हर्षदीप, जॉनी, श्वेता, नरेंद्र आदि ने भी छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए भविष्य में होने वाली कक्षाओं की रूपरेखा साझा की । इन कक्षाओं में शोधार्थियों द्वारा मेरठ के इतिहास, इतिहास की विभिन्न अवधारणाओं एवं नवीनतम दृष्टिकोणों के साथ इतिहास संबंधित रोचक तथ्यों को साझा किया जाएगा। इस कोर्स में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय इतिहास पर विशेष बल दिया जाएगा।


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