एमआईईटी के दो दिवसीय “रंगोत्सव 2025” में सजी सृजनात्मकता की छटा

इंजीनियरिंग छात्रों ने कला के रंगों से दिया सामाजिक संदेश

मेरठ। मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एमआईईटी) परिसर में शुक्रवार को दो दिवसीय कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव “रंगोत्सव 2025” का भव्य आगाज़ हुआ। समारोह का शुभारंभ चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक डॉ. बृजेश सिंह, कैंपस निदेशक डॉ. संजय कुमार सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. हनी तोमर, डीन एकेडमिक्स डॉ. संजीव सिंह, विशी खत्री व प्रियंका शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

“ग्रेफाइट आर्ट लैंड क्लब” के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। पहले दिन की प्रतियोगिताओं में कैलीग्राफी, ब्लाइंड आर्ट, टैटू पेंटिंग, मेंहदी, बोतल पेंटिंग, कलर हंट और चित्रयात्रा पेंटिंग विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं।

टैटू आर्ट में विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और प्लास्टिक कचरा प्रबंधन जैसे विषयों पर सजीव चित्र उकेरकर गहरा संदेश दिया। वहीं बोतल पेंटिंग में अभिनव डिजाइन ने सभी का मन मोह लिया। चित्रयात्रा पेंटिंग के माध्यम से प्रतिभागियों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, इंटरनेट मीडिया का प्रभाव और सोशल मीडिया का दुष्प्रभाव जैसे मुद्दों पर समाज को जागरूक करने का प्रयास किया।

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें प्लास्टिक के किसी भी सामान का प्रयोग नहीं किया गया। विद्यार्थियों ने अपनी कलाकृतियों के जरिये स्वच्छ भारत अभियान का संदेश भी प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।

डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. हनी तोमर, मीडिया हेड अजय चौधरी, अखिल गौतम, मनोज अग्रवाल, देबोप्रिया, विशी खत्री व प्रियंका शर्मा ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं छात्र समन्वयकों अथर्व, राजश्री, जानवी, सुनिधि, सानिया, उज्ज्वल, कविता, वशिका और अभिषेक का योगदान सराहनीय रहा।

एक शिक्षक ने कहा “रंगोत्सव केवल कला का मंच नहीं है, बल्कि यह युवाओं की सोच और समाज को दिशा देने वाली उनकी रचनात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।”

एमआईईटी के इंजीनियरिंग छात्रों ने साबित किया कि रचनात्मकता केवल मशीनों तक सीमित नहीं, बल्कि रंगों और विचारों से भी समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।

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