बीजेपी जिला पंचायत अध्यक्ष की मामी की उपचार के दौरान मौत
परिजन बोले- ससुराल वालों ने जहर देकर मारा, पति अस्पताल में छोड़कर भागा
मेरठ। रविवार को शहर के अप्सनोवा हाॅस्पिटल में बुलंदशहर जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेत्री अंतुल तेवतिया की मामी की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि ससुराल वालों ने उन्हें जहर देकर मार डाला। शनिवार रात महिला को गंभीर हालत में मेरठ के गंगानगर स्थित अप्सनोवा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसका पति उसे अस्पताल में छोड़कर फरार हो गया।पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
मृतका महिला का नाम मीनू है। वह मूल रूप से गाजियाबाद के पतला गांव, थाना निवाड़ी की रहने वाली थीं। करीब 22 साल पहले उनकी शादी मवाना के मनिहारखेड़ी गांव निवासी संजीव से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं-दो बेटियां और एक बेटा।परिजनों के मुताबिक शादी के कुछ समय बाद से ही मीनू और संजीव के बीच लड़ाई होनी लगी। मीनू को ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान करते थे। इसी कारण शनिवार रात उसे जहर दे दिया।
महिला को हो रही थी उल्टियां
अप्सनोवा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने बताया- शनिवार रात करीब साढ़े 10 बजे पति संजीव और उसके परिजन महिला को गंभीर हालत में लेकर पहुंचे। उस समय महिला की तबीयत बिगड़ी थी और उन्हें लगातार उल्टियां हो रही हैं। इसके बाद तुरंत ही महिला को भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया गया। इसी बीच मौका देखकर पति संजीव और ससुराल वाले महिला को छोड़कर फरार हो गए।
रविवार सुबह अस्पताल में मिली मीनू की डेड बॉडी
मृतका के चाचा सतीश ने बताया-उन्हें मनिहार खेड़ी गांव से मीनू के ससुराल के एक पड़ोसी ने फोन किया था। उसने बताया कि मीनू की तबीयत रात से खराब है और ससुराल वाले उसे अस्पताल लेकर गए हैं। इसके बाद रविवार सुबह 8 बजे महिला के घरवाले अप्सनोवा अस्पताल पहुंचे। वहां आईसीयू में उन्हें महिला की डेड बॉडी मिली। डॉक्टरों ने शनिवार रात का पूरा किस्सा परिवार को बताया।
पांच साल से मायके वालों से बंद थी बातचीत
मृतका के चाचा ने बताया-पिछले 5 साल से मीनू की मायके वालों से बातचीत नहीं होने दी गई। इतना ही नहीं मायके आना-जाना भी बंद करा दिया गया था। ससुराल वालों ने धमकी दी थी कि मायके से संपर्क रखने पर पति और ससुराल से रिश्ता खत्म कर दिया जाएगा। इसी कारण मीनू पूरी तरह मायके से अलग हो गई थी।
एक ही गांव में 2 बहनों की हुई थी शादी
मृतका का पति संजीव पेशे से किसान है। मीनू पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर पर थीं। सबसे बड़ी बहन का नाम निमेश, फिर मुनेश, उसके बाद मुकेश और चौथे नंबर पर मीनू थीं। सबसे छोटा भाई पंकज है, जो परिवार के साथ गांव में ही रहता है। मीनू के माता-पिता अब नहीं हैं। मीनू और उनकी बड़ी बहन मुकेश दोनों की शादी मवाना के मनिहारखेड़ी गांव में अलग-अलग घरों में हुई थी।
अस्पताल पहुंची बहन ने सुनाई आपबीती
अस्पताल पहुंची बड़ी बहन मुकेश ने बताया- हमें आज सुबह यानी रविवार को जानकारी मिली कि मीनू अस्पताल में भर्ती है। जब हम अस्पताल पहुंचे तो देखा कि उसकी मौत हो चुकी थी। करीब 25 साल पहले मीनू की शादी संजीव से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं-दो बेटियां और एक छोटा बेटा। बेटा दिव्यांग है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
वहीं, रविवार को अस्पताल में केवल मृतका के चाचा और जिला पंचायत अध्यक्ष अंतुल तेवतिया ही पहुंची। इसके बाद अस्पताल में मौजूद मीनू के चाचा ने गंगानगर थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। वहीं महिला के पति और ससुराल वाले फरार हैं।
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