दुष्कर्म में दोषसिद्धि के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचा प्रज्वल
- बोला- मेल नहीं खाते पीड़िता के बयान
बंगलूरू (एजेंसी)।
जेडी (एस) के पूर्व सांसद ने खुद को दोषसिद्धी के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट का में याचिका दायर की है। प्रज्वल को दुष्कर्म के एक मामले में दोषी ठहराया गया था।
पिछले महीने एक विशेष अदालत ने प्रज्वल को दुष्कर्म मामले में दोषी करार देते हुए उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। यह सजा चार अलग यौन शोषण और दुष्कर्म के मामलों से एक में दी गई थी। कोर्ट ने उस पर कुल 11.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था, जिसमें से 11.25 लाख रुपये पीड़िता को देने के आदेश दिए गए थे।
सांसदों/विधायकों की सुनवाई के लिए बनी विशेष अदालत के जज गजानन भट ने दो अगस्त को यह सजा सुनाई थी। सजा के बाद से प्रज्वल जेल में है। प्रज्वल को मई 2024 में जर्मनी से लौटने के बाद गिरफ्तार किया गया था। अब उसने कोर्ट के फैसले को कई आधारों पर चुनौती है। उसका कहना है कि पीड़िता के बयान में विरोधाभास है और अभियोजन पक्ष ने जो सबूत पेश किए हैं, उनमें कई विसंगतियां हैं।
याचिका में प्रज्वल ने कहा है कि पीड़िता की पुलिस में दी गई शिकायत और कोर्ट में दिए गए बयान मेल नहीं खाते। उसने एक और मुद्दा उठाया कि जिस गद्दे पर दाग मिले, वह मई 2024 तक बिना साफ किए रखा गया था, जबकि घटना जनवरी 2021 से जनवरी 2022 के बीच की है। प्रज्वल ने यह भी कहा कि अगर वाकई में घटना हुई होती, तो पीड़िता 2023 में उसी फार्महाउस में हुए गृहप्रवेश के कार्यक्रमों में क्यों जाती?
गौरतलब है कि जिस केस में उसे सजा हुई है, वह 48 साल की एक महिला से जुड़ा है। महिला प्रज्वल के परिवार के होलेनरसीपुरा स्थित 'गणिकाडा' फार्महाउस में काम करती थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि 2021 में उसे दो बार दो बार दुष्कर्म का शिकार बनाया है, एक बार फार्महाउस में और दूसरी बार बंगलूरू के घर में। आरोपी ने अपने फोन से इन घटनाओं का वीडियो भी बनाया था।
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