55 शिकायतों में मौके पर अधिकारियों ने 7 शिकायतों को किया समाधान
अभी तक सुनवाई में 403 शिकायतों में 296 शिकायतों का त्वरित समाधान हुआ
मेरठ। पीवीवीएनएल द्वारा डिस्कॉम में उपभोक्ताओं की बिजली से संबंधित समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु जनसुनवाई का आयोजन किया गया । जिसमें अधिकारियों ने 403 शिकायतों में 296 शिकायतों का त्वरित समाधान करा दिया। अन्य मामले में उपभोक्ताओं को समय दिया गया।
मंगलवार को संभव कार्यक्रम के अन्तर्गत डिस्काम मुख्यालय ऊर्जा भवन मेरठ स्थित सभागार मे,"विद्युत उपभोक्ता सेवा शिविर" एवं जन-सुनवाई का आयोजन किया गया। जन-सुनवाई में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिती में उपभोक्ताओ की समस्याओं को गंभीरता से सुना गया तथा उपभोक्ताओं की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया गया। शिविर में जनपद हापुड, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, शामली एवं रामपुर आदि जनपदों के उपभोक्ताओं से कुल 66 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 7 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कर दिया जबकि शेष शिकायतों के शीघ्र निस्तरण हेतु निर्देश दिये गये हैं।
जन-सुनवाई में विशेष रूप से बिलिंग कैम्प मे बडी संख्या में उपभोक्ताओं की बिल संबंधी शिकायतों का समाधान किया गया, जिससे उपभोक्ताओं को बिजली बिल से जुडी समस्याओं से तुरन्त राहत मिली। शिविर में बिल संशोधन, बिल जमा करने की सुविधा, स्मार्ट मीटर से संबंधित जानकारी, पी.एम. सूर्यघर योजना से संबंधित जानकारी, मीटर रीडिंग, बिल भुगतान, मीटर एडवाइज एवं अन्य तकनीकी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर, उपभोक्ता लाभान्वित हुए ।
बता दें गत माह पांच अगस्त से 7 "विद्युत उपभोक्ता सेवा शिविर" एवं जन-सुनवाई का आयोजन किया गया है जिनमे कुल 403 शिकायते प्राप्त हुई जिनमे से 296 शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित समाधान कर दिया गया है, शेष लम्बित शिकायतों के शीघ्र समाधान हेतु निर्देश दिये गये हैं। जन सुनवाई मे उपभोक्ताओं ने अधिकारियों से सीधे संवाद किया और मौके पर ही, बिल संशोधन, लो वोल्टेज, नया कनेक्शन आदि समस्याओं का समाधान कराया।
इस अवसर पर संजय जैन निदेशक (वाणिज्य), एन.के. मिश्र निदेशक (तकनीकी), स्वतंत्र कुमार तोमर निदेशक (वित्त), आशु कालिया निदेशक (का. एवं प्रशा.), सगीर अहमद मुख्य अभियन्ता (एच.आर.ए.), मुनीश चोपडा, मुख्य अभियन्ता, गुरजीत सिंह मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता आदि अधिकारी / कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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