मेडिकल में महिलाओं को ब्रेस्ट फीडिंग का महत्व बताया

साप्ताहिक अभियान में नर्सिंग छात्राओं ने मॉडल बनाकर बताया तरीका और फायदा

मेरठ। मेडिकल कालेज में विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को ब्रेस्ट फिडिंग सप्ताह पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इसमे नर्सिंग की छात्राओं ने विभागध्यक्ष डॉ आयुषी बंसल के साथ में मिलकर मॉडल बनाकर उनके माध्यम से जागरूक किया

डॉ आयुषि बंसल ने बताया कि महिलाओं को इस बारे में बताना जरूरी है। कई बार लापरवाही या गलत तरीके से मां और बच्चे को समस्या भी हो जाती है। इसके साथ ही इस आयोजन से हमारी जो छात्राांए हैं उनको भी कैसे हमे एक महिला को इसके प्रति जागरूक करना चाहिए।

अग्र दूध और पश्च दूध का अलग महत्व

मॉडल बनाने वाली छात्रा ने बताया कि अगर कोई महिला 10 से 15 मिनट बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती है तो उसमे शुरू के तीन मिनट जो दूध आता है उसे अग्र दूध कहते हैं औश्र बाद में जो दूध आता है उसको पश्च दूध कहते हैं।

प्यास बुझाने और ताकत के लिए अलग दूध

छात्राओं ने बताया कि ब्रेस्ट फीड के समय जो अग्र दूध होता है वह बच्चे की प्यास बुझाने में सहायक होता है। इसी क्रम में पश्च दूध बच्चे के वजन को बढ़ाने में सहायक होता है। इसमे प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।

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