मेजर ध्यानचंद राज्य खेल विश्वविद्यालय में 29 अगस्त से नए युग की शुरुआत

-- पहले सत्र में बीपीईएस कोर्स, 50 छात्रों को मिलेगा प्रवेश

-- राष्ट्रीय खेल दिवस पर होगा उत्तर प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय का शैक्षणिक आगाज़

मेरठ। यूपी  के पहले मेजर ध्यानचंद राज्य खेल विश्वविद्यालय में आगामी  29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शैक्षणिक गतिविधियों का शुभारंभ होने जा रहा है। गांव सलावा स्थित खेल विश्वविद्यालय में पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत बीपीईएस, बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स कोर्स के साथ की जाएगी। विश्वविद्यालय के पहले बैच में कुल 50 छात्रों को प्रवेश मिलेगा, जिनमें से 5 सीटें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए आरक्षित रखी गई हैं।

उक्त जानकारी शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल दीप अहलावत ने मीडिया को जानकारी देते हुए  बताया कि विश्वविद्यालय भवन का निर्माण कार्य इस वर्ष दिसंबर तक पूर्ण हो जाएगा। जब तक निर्माण कार्य चलता रहेगा, तब तक शैक्षणिक कक्षाएं सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में संचालित की जाएंगी।प्रवेश प्रक्रिया व योग्यता पर बताया कि बीपीईएस कोर्स की एक सेमेस्टर फीस 7000 रूपये निर्धारित की गई है और सभी प्रवेश ओपन मेरिट बेसिस पर होंगे।जिसमें सामान्य श्रेणी के छात्रों को 45% अंक एवं आरक्षित श्रेणी के छात्रों को न्यूनतम 40% अंक अनिवार्य होंगे।कुलपति अहलावत ने बताया कि विश्वविद्यालय में भविष्य में निम्न चार प्रमुख कॉलेज संचालित किए जाएंगे।

1. कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन

2. कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स साइंस

3. कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स कोचिंग

4. कॉलेज ऑफ लैब साइंस

इन कॉलेजों में कुल 16 विभाग प्रस्तावित हैं। जो खेल और शारीरिक शिक्षा के विविध पहलुओं को कवर करेंगे। विश्वविद्यालय का उद्देश्य उच्च कोटि के खिलाड़ी, कोच एवं खेल शिक्षक तैयार करना है।

विश्वविद्यालय को यूजीसी, एआईयू और एआईएसएचई से मान्यता प्राप्त हो चुकी है। इन्फॉर्मेशन एंड लाइब्रेरी नेटवर्क के साथ एमओयू 22 जुलाई को राजभवन में हुआ। साथ ही विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.sportsuniup.com भी शुरू कर दी गई है।

राष्ट्रीय खेल दिवस पर ऐतिहासिक शुरुआत:

खेल विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुनील कुमार झा ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस पर विश्वविद्यालय की यह शुरुआत मेजर ध्यानचंद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। विश्वविद्यालय का सपना अब साकार हो रहा है और यह न केवल मेरठ, बल्कि पूरे प्रदेश व देश के लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम में वित्त अधिकारी कृषि विवि लक्ष्मी मिश्रा मुख्य रूप से मौजूद रही।


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