मोहर्रम v/s कांवड़
सांप्रदायिक सौहार्द की इस अनूठी मिसाल को 'सलाम'
इस बार कांवड़ यात्रा करा रही 'मजहबी फीलगुड'
कांवड़ियों पर मुस्लिम बरसा रहे फूल , तो कहीं पिला रहे जूस
मेरठ। सात संदूकों में भर कर दफ्न कर दो नफरतें, आज इंसां को मोहब्बत की जरूरत है बहुत ... बशीर बद्र के इस कलाम की आज मुल्क को जितनी शिद्दत से जरूरत है, कुछ लोग उसी शिद्दत से इस कलाम के मतलब (अर्थ) को पूरा करने में लगे हुए हैं। अभी मोहर्रम के साथ साथ सावन का पवित्र महीना चल रहा है। एक ओर जहां हुसैनी सोगवार अपने इमाम के सोग में गमजदा हैं तो वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो मजहबी फीलगुड करा रही हैं।
शिव भक्तों की आमद अभी कम है लेकिन इसके बावजूद कई स्थानों पर मुस्लिम समाज के लोग इन शिव भक्त कांवड़ियों पर फूल बरसा रहे हैं। टोपी लगाए मुस्लिम समाज के यह लोग जब हरिद्वार से पवित्र गंगा जल ला रहे इन शिव भक्तों पर फूल बरसते हैं तो सांप्रदायिक सौहार्द महक फिजाओं में महकती है। कुछ स्थानों पर मुस्लिम समाज के लोग शिव भक्तों की सेवा के लिए कैंप लगाने की तैयारियां कर रहे हैं जिसमें जूस और फ्रूट के साथ-साथ मेवा भी रखी जाएगी। ऑल इंडिया मुस्लिम यूथ आर्गेनाइजेशन के लोग इस तरह के आधा दर्जन कैंप मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच लगाएंगे। इन कैंपों में डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रहेगी।
सब जानते हैं कि मोहर्रम में पियास और पानी का अपना अलग महत्व है। जंग ए करबला के मैदान में 72 जांबाज़ मोहर्रम के महीने में ही पियासे शहीद कर दिए गए। इन सब के बावजूद हुसैनी सोग़वार शिव भक्त कांवड़ियों को पानी और जूस पिला रहे हैं। इसी क्रम में दिल्ली देहरादून हाईवे पर मोदीपुरम के पास एक मनोरम दृश्य देखने को मिला। यहां से जल लेकर गुजर रहे एक शिव भक्त कांवड़िए को जब एक नन्हे हुसैनी सोगवार ने पानी और जूस की पेशकश की तो उस शिव भक्त ने इसे कुबूल किया और अपनी शफ़क़्क़त (आशीर्वाद) रूपी हाथ उस नन्हे सोग़वार के सिर पर रख दिया और उसे दुआएं देता हुआ अपने गंतव्य की ओर बढ़ चला। वास्तव में यह दृश्य भारतीय परंपरा और गंगा जमुनी तहसीब को और ताकत देता है। अभी तो शिव भक्तों की आमद की शुरुआत है, अभी हमें कई और ऐसे अनोखे द्रश्य देखने को मिलेंगे जो भारतीय परंपरा को एक मजबूत लोकतांत्रिक परंपरा बनाने में मदद करेंगे।
कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत करें मुस्लिम: मौलाना शहाबुद्दीन ............
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि सावन और कांवड़ का महीना शुरू हो चुका है, ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग हिंदू-मुस्लिम एकता का परिचय देते हुए अपने अपने क्षेत्रों में शिव भक्त कांवड़ियों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत करें। मौलाना ने कहा मुस्लिम त्योहारों के दौरान पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रहीं और हमें उम्मीद है कि अब कांवड़ के दिनों में भी व्यवस्थाएं अच्छी रहेंगी। मौलाना ने कहा कि कई स्थानों पर मोहर्रम के जुलूस पर हिंदू भाइयों ने पुष्प वर्षा की और सबीलें लगाईं, इसलिए अब मुस्लिमों को चाहिए कि वह कांवड़ियों का भी इस्तकबाल करें। उन पर पुष्प वर्षा करें तथा उन्हें पानी और जूस पिलाएं।
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