व्यापारियों ने बिजली अधिकारियों को पढ़ाया 'नियमों का पाठ'
प्रीपेड मीटर लगाने से पहले विभाग में जमा सिक्योरिटी वापस दिलाने की मांग
मेरठ। बिजली विभाग से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को व्यपारी नेता लोकेश अग्रवाल के नेतृत्व में मुख्य अभियन्ता (वितरण) से मिला और उन्हें मांग पत्र सौंपा। इस अवसर पर व्यापारियों ने बिजली विभाग के अधिकारियों को नियमों का पाठ पढ़ाया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों का कहना था कि विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं इसलिए इन मीटरों की स्थापना से पूर्व विभाग में जमा सिक्योरिटी वापस कराई जाए क्योंकि प्रीपेड मीटर लगाए जाने के बाद सिक्योरिटी जमा रखने का कोई अधिकार विभाग के पास नहीं है। यह भी मांग की गई कि प्रीपेड मीटर लगाए जाने से पूर्व मीटर की जांच संबंधित विभाग द्वारा कराई जाए। प्रीपेड मीटर लगाए जाते समय मीटर का मैनुअल व गारंटी कार्ड उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जाने की भी मांग की गई। इस दौरान व्यापारी नेता लोकेश अग्रवाल ने बिजली कटौती के लिए रोस्टर घोषित करने की भी मांग की। यह भी मांग की गई कि उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में किसी भी प्रार्थनापत्र को प्राप्त करते समय रिसीविंग दिया जाना अनिवार्य किया जाए। इस बात पर भी एतराज जताया गया कि मीटर लगाते व उतारते समय सीलिंग सर्टिफिकेट मौके पर दिए जाएं। औद्योगिक बिलों में पोर्टल व बिलों की राशि एक समान दर्शायी जाए। इस दौरान व्यापारियों ने कुछ बिजली अधिकारियों की शिकायतें भी की। इससे अलावा कई अन्य मांगे भी विभागीय अधिकारियों के समक्ष रखी गईं। व्यापारियों में मेरठ के अलावा मवाना, फलावदा, खरखौदा और इंचौली के व्यापारी भी शामिल थे।
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