फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ दो गिरफ्तार 

 बेरोजगार, परीक्षा में असफल या नौकरी की आयु सीमा पार कर चुके लोगों के लिए  बनाते थे फर्जी मार्कशीट 

नोएडा। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की थाना फेस-1 पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और शैक्षिक प्रमाणपत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है जो  बेरोजगार, परीक्षा में असफल या नौकरी की आयु सीमा पार कर चुके लोगों के लिए  बनाते थे फर्जी मार्कशीट व शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाते थे। पुलिस पकड़े गये अभियुक्तों से पूछताछ करने में जुटी है। 

डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया पुलिस को जानकारी मिली थी एक गिरोह फर्जी मार्कशीट व शैक्षिण प्रमाण पत्र बना कर लोगों के ठगी कर  रहे है। पुलिस ने अपना जाल बिछाते हुए  अभिमन्यु गुप्ता  और धर्मेंद्र गुप्ता  को जल बोर्ड ऑफिस, सेक्टर-1, नोएडा के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के कब्जे से 66 फर्जी मार्कशीट, 7 माइग्रेशन सर्टिफिकेट, 22 रिज्यूम, 14 प्लेन एग्जामिनेशन कॉपी, 9 डाटा शीट, 4 फर्जी मोहर, 1 इंकपैड, 2 लैपटॉप, 2 प्रिंटर, 1 लैंडलाइन फोन, 14 चेक बुक, 5 कैश डिपॉजिट स्लिप बुक, 1 पीएनबी पासबुक, 8 रसीद बुक, 8 एटीएम/डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 7 मोबाइल फोन और 9 सिम कार्ड के साथ-साथ अपराध में प्रयुक्त दो कारें भी पुलिस ने  बरामद कीं।

डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद के अनुस्सर अभियुक्त बेरोजगार, परीक्षा में असफल या नौकरी की आयु सीमा पार कर चुके लोगों के लिए फर्जी मार्कशीट और शैक्षिक प्रमाणपत्र बनाते थे। ये दस्तावेज विभिन्न विश्वविद्यालयों और बोर्डों से संबद्ध दिखाए जाते थे, जिनमें ग्राहक की इच्छानुसार आयु और अंक प्रतिशत अंकित किए जाते थे। अभियुक्त डाटा गूगल से प्राप्त करते थे और इन फर्जी दस्तावेजों के बदले ग्राहकों से 80 हजार से 2 लाख रुपये तक वसूलते थे। इनका उपयोग नौकरी पाने या अन्य निजी स्वार्थों के लिए किया जाता था।


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