गिरते गिरते और गिर गई  मेरठ नगर निगम की रैंकिंग 

 पिछले वर्ष मेरठ नगर निगम की थी 17वीं रैंकिंग, इस बार मिली 19वीं

मेरठ। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिए गए। उम्मीद थी कि मेरठ इस बार कुछ अच्छा करेगा लेकिन परिणाम घोषित होते ही उम्मीदें धूमिल हो गईं। मेरठ नगर निगम पिछले साल के मुकाबले इस साल दो  पायदान और निचले स्तर पर पहुंच गया। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मेरठ को 19 वां स्थान मिला। 

मेरठ नगर निगम की स्थिति अब इससे खराब और क्या होगी कि वह सीतापुर जिले की सिधौली नगर पंचायत से भी पीछे रहा। बता दें कि पिछली रैंकिंग में मेरठ नगर निगम को 17वां स्थान हासिल हुआ था। इस साल उम्मीद की जा रही थी कि मेरठ अपनी स्थिति में सुधार करेगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा। मेरठ नगर निगम 17 की जगह 19वें स्थान पर रहा। 

 बता दें  कि मेरठ नगर निगम द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं मानक के अनुसार ही नहीं है। इसी के चलते मेरठ नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में हमेशा पिछड़ता रहा है। जारी की गई स्वच्छता सर्वेक्षण सूची में उत्तर प्रदेश में लखनऊ को तीसरा स्थान मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसका सर्टिफिकेट सौंपा  जो प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा ने रिसीव किया। इस दौरान मेयर सुषमा खर्कवाल और नगर निगम के तमाम अधिकारी मौजूद रहे। स्वच्छता सर्वेक्षण सूची में तीसरा स्थान पाने वाले लखनऊ नगर निगम को सम्मानित किया गया। मेरठ में सफाई व्यवस्था की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है। बजबजाते नाले और नालियों से लेकर टूटी सड़कें इस समय खुद ही स्वच्छता सर्वेक्षण में मेरठ नगर निगम की गिरती रैंक की गवाही दे रहे हैं। यह भी सब जानते हैं कि विकास के खोखले दावे करने वाला नगर निगम हमेशा राजनीति का अड्डा बना रहता है। पार्षदों से लेकर अधिकारी और कर्मचारियों से लेकर विभिन्न कर्मचारी संगठन हमेशा से राजनीतिक उठपटक के केंद्र में रहते हैं। 'विकसित सोच' से कोसों दूर निगम अधिकारी भी अक्सर फाइलों के पेट भरते दिखे और इसका खामियाजा निगम को फिर से उठाना पड़ा जिसके चलते स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग 2024 में उसे 19वां स्थान हासिल हुआ। कई पार्षदों का मानना है कि नगर निगम के लिए यह खुद चुल्लू भर पानी में डूब मरने जैसी रैंकिंग है। 



 ईमानदारी से हो कम तो लखनऊ को भी पछाड़ दें: फजल 

नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य फजल  करीम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 का विश्लेषण करने के बाद कहा कि यदि सच्ची लगन से काम हो तो भविष्य में मेरठ नगर निगम लखनऊ को भी पीछे छोड़  टॉप थ्री में जगह बना सकता है। फजल के अनुसार इसके लिए सभी पार्षदों, अधिकारियों और महापौर सहित निगम की पूरी टीम को संयुक्त रूप से मिलकर काम करना होगा।


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