ईद की नमाज पढाने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद जारी
शहरकाजी को हरी झंडी नहीं दी: प्रशासन
मेरठ। शाही ईदगाह में ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज को लेकर बुधवार को फिर प्रशासन और ईदगाह कमेटी तथा शहर काजी पक्ष के बीच मंथन हुआ। देर शाम दोनों ही पक्षों में ईद की नमाज को लेकर मशक्कत होती रही लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। वहीं, यह भी चर्चा रही कि प्रशासन ने शहरकाजी को हरी झंडी दे दी है लेकिन एडीएम सिटी ने इससे इनकार किया है।
इस संबंध में शहर काजी पक्ष की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। उधर ईदगाह कमेटी गुरुवार को प्रशासन के फैसले की समीक्षा करेगी और उसके बाद ही कोई अंतिम फैसला लेगी। बुधवार देर शाम एडीएम सिटी के साथ ईदगाह कमेटी और शहर काजी पक्ष के लोग सिर जोड़कर बैठे। सूत्रों के अनुसार शहर काजी पक्ष की ओर से खुद शहर काजी डॉ. जैनुल सालिकीन, जमीयत-उलेमा-ए- हिंद के महामंत्री कारी सलमान कासमी, प्रवक्ता हाजी शीराज रहमान, कारी रिजवान और महिउद्दीन शामिल थे। उधर शाही ईदगाह कमेटी की ओर से सचिव सलमान सब्जवारी और एडवोकेट तनसीर अहमद मौजूद थे। बैठक में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें प्रशासन के समक्ष रखी। इसके बाद प्रशासन ने दोनों पक्षों की दलीलों की समीक्षा की और तय किया कि शहर काजी जैनुल सालिकीन ही शाही ईदगाह में ईद उल अजहा की नमाज अदा कराएंगे। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद देर शाम ईदगाह कमेटी के एक जिम्मेदार पदाधिकारी ने बताया कि कमेटी गुरुवार या शुक्रवार को प्रशासनिक फैसले की समीक्षा करेगी और उसके बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बोले अधिकारी
ईद की नमाज कौन पढाएगा, इसका फैसला दोनों पक्षों को ही करना है। प्रशासन की इस बारे में कोई बात नहीं हुई है। न ही प्रशासन ने किसी को हरी झंडी दी है। हमारे सामने ईद पर सुविधाओं के बारे में सिर्फ बात हुई है।
ब्रजेश सिंह - एडीएम सिटी
No comments:
Post a Comment