सोशल मीडिया को देख छापने लगे नकली करेंसी
इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में मकान में छापेमारी में दो युवकों के पास से 15 -16 लाख की जाली करेंसी बरामद
जाली करेंसी छापने वाले 12 वी पास
मेरठ/मुजफ्फरनगर । जिले में नकली करेंसी का धंधा खूब फलफूल रहा है। इस बात का पता उस समय चला। जब मुजफ्फरनगर पुलिस ने पल्लवपुरम की इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में एक मकान में छापा मार कर दो युवकों को जाली करेंसी के गिरफ्तार किया। पकड़े युवकों के पास से पुलिस ने 15,16 लाख की जाली करेंसी व उपकरण को बरामद किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि मेरठ के पल्लवपुरम मे इन्द्राप्रस्थ कालोनी में किराए का मकान लेकर नकली नोट छापे गए थे।
पुलिस ने कार सवार दो युवकों गौरव उर्फ जितन व अभय उर्फ तुषार निवासीगण जीतुपर थाना दौराला जिला मेरठ की कार की तलाशी ली तो कार से 500, 200 व 100 रुपए की नकली करेंसी बरामद हुई। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने मेरठ के पल्लवपुरम में दबिश देकर किराए के मकान से प्रिंटर, स्केनर, कागज व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल 15.16 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि इस मामले में उनका एक अन्य साथी मेरठ निवासी अंकित भी जुड़ा है। उसकी तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है। पकडे गए आरोपियों से पुलिस के साथ आईबी, स्टेट इंटेलिजेंस एवं एलआईयू की टीम ने भी उनके अन्य किसी संगठन से कनेक्शन के बारे में पूछताछ की।
दिल्ली व एनसीआर के जिलों में खंपाते थे जाली करेंसी
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नकली नोट दिल्ली व यूपी के कई जिलों में सप्लाई किए जाते थे। गिरफ्तार दोनों आरोपी बुढाना क्षेत्र में नकली नोटों की छापी गई खेप की सप्लाई करने आए थे। जिन्हें पुलिस ने दबोच लिया। नकली नोट किसे सप्लाई करने थे। उनके बारे में पुलिस अभी पकड़े गए दोनों युवको से पता लगाने का प्रयास कर रही है।
सोशल मीडिया के के माध्यम से नकली नोट छापने की विधि सीखी
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने यूट्यूब के माध्यम से नकली नोट छापने के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने प्रिंटर, स्कैनर व अन्य सामान की मदद से नकली नोट बनाने की प्रैक्टिस की और नकली नोट छापने और उन्हें बाजार में चलने का काम शुरू कर दिया। एसएसपी ने बताया कि उक्त युवक काफी समय से नकली नोट छापने का अवैध काम कर रहे है। उन्होंने वेस्ट यूपी के साथ ही दिल्ली में नकली नोट सप्लाई किए है। पुलिस गिरोह के उस पूरे नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है, जिसके माध्यम से ,नकली नोट बाजार में चलाए जाते थे।
-- 25 हजार के असली रुपए के बजाय देते थे एक लाख के नकली नोट
पूछताछ में पकड़े गए दोनों बदमाशों ने बताया कि उनका फरार साथी अंकित दिल्ली व यूपी के कई जिलों में नकली नोट की सप्लाई करता था। वह 25 हजार रुपए के असली नोट के बदले एक लाख रुपए के नकली नोट बाजार में नोट चलाने वालों को देता था। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल की कॉल डिटेल से भी नेटवर्क का पता लगाने में मदद मिलेगी।
बरामद जाली नोटो के वाटर मार्क व सिक्योरिटी थर्ड में अंतर मिला है। बरामद नकली नोटों का कागज भी असली नोट के बदले काफी खराब क्वालिटी का मिला है। वाटर मार्क पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का फोटो भी नकली नोट छापने वाले सहीं नहीं बना पाए हैं।
--गिरफ्तार दोनों आरोपी है इंटर पास
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों 12 वी कक्षा पास कर रखी है। गिरफ्तार आरोपी गौरव कार ड्राइवर है, जबकि उसका साथी तुषार सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करता है। दोनों आरोपी अपने फरार साथी के साथ नकली नोट छापकर सप्लाई कर रहे थे।
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