बेटों ने 3 साल बुजुर्ग पिता को बनाया बंधक
संपत्ति हड़पने के लिए कमरे में कैद किया
भूखा-प्यासा रखा; खुला गेट देख भागकर एसडीएम से लगाई गुहार
मेरठ। औलाद बुढापे का सहारा वाली कहावत अब पुरानी हो चली है। सरधना में एक बुजुर्ग पिता को उनके तीन बेटों ने तीन साल तक घर में बंधक बनाकर रखा। किसी तरह बुजुर्ग ने भागकर एसडीएम से जान की गुहार लगाई।
आदर्श नगर निवासी नवीन गर्ग ने एसडीएम को बताया कि उनके बेटे संपत्ति हड़पने के लिए उन्हें घर में बंद करके रखते थे।नवीन ने बताया कि उन्होंने जीवन भर मेहनत कर एक पेट की दुकान और मकान बनाया। तीनों बेटों को पढ़ाया-लिखाया और कारोबार में स्थापित किया। लेकिन वृद्धावस्था में बेटों ने उनकी दुकान और मकान पर कब्जा कर लिया।बुजुर्ग को घर में भूखा-प्यासा रखा जाता था और दवाइयां भी नहीं दी जाती थीं। उन्होंने एसडीएम को बताया कि उनके बेटे उनकी हत्या की साजिश भी रच रहे हैं। तीन साल बाद जब घर का गेट खुला मिला और कोई मौजूद नहीं था, तब वह भागकर सीधे एसडीएम के पास पहुंचे।बुजुर्ग ने भावुक होकर कहा कि बुढ़ापा तब और दर्दनाक होता है जब इंसान अपने बच्चों को पालपोस कर बड़ा करता है और जब उन्हें बच्चों की सबसे अधिक जरूरत होती है, तब बेटे बाप के रिश्ते को तार-तार कर देते हैं।
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