आंधी-तूफान में लीन ली चार की जान 

रात भर दीवार के नीचे दबा रहा युवक, बेटे के सामने चली गई बाप की जान

मेरठ। बुधवार देर रात आए आंधी-तूफान ने कहर बरपाया। इस दौरान बारिश के कारण 4 मौतें हो गईं। सैकड़ो पेड़ ,यूनिपोल , बिजली के खंबे गिर गये। रात से गयी बिजली की आपूर्ति गुरूवार तक नहीं हो पायी। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा । 



रुहासा गांव के रहने वाले अमित चौधरी किसान थे। बुधवार रात बाइक पर 9 साल के बेटे विहान को बैठाकर रिश्तेदारों को छोड़कर घर वापस लौट रहे थे। अचानक तेज बारिश, तूफान आया। जैसे ही अमित बड़कली के पास पहुंचे। अचानक सालों पुराना पीपल का पेड़ तूफान से गिर गया।पेड़ अमित की बाइक पर गिर गया। पेड़ गिरने पर बेटा विहान तो किसी तरह बाइक से कूद गया और बच गया। लेकिन, अमित नहीं बच पाए। अमित वहीं पेड़ के नीचे बाइक सहित दब गए।अमित की मौके पर ही मौत हो गई। बेटा विहान दूर से पापा, पापा चिल्लाता रहा। आंधी, तूफान में तुरंत अमित को कोई मदद भी नहीं मिल पाई। जब तक आसपास के लोग अमित को पेड़ के नीचे से निकालने गए, तब तक उसने दम तोड़ दिया।सूचना पर बड़कली, रुहासा आदि गांव के ग्रामीण पहुंचे। पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। आरोप है कि 2 घंटे तक भी कोई मौके पर नहीं पहुंचा। करीब तीन घंटे बाद पुलिस ने पेड़ के नीचे से अमित का शव बाहर निकाला।



दूसरा हादसा मोदीपुरम रुढ़की रोड पर हुआ। यहां चमन कालोनी लिसाड़ी गेट गली नंबर-2 में रहने वाले डॉ. सुबहान सैफी उम्र 25 साल की मौत हो गई। डॉ. सुबहान बुधवार को अपनी कार से देहरादून से मेरठ वापस लौट रहे थे।कार में उनके साथ मामा डॉ. अनस सैफी और दोस्त साबिर भी थे। तीनों लोग देहरादून से मेरठ लौट रहे थे। अचानक मोदीपुरम कंपनी बाग के पास उनकी कार पर एक यूनीपोल गिर गया।यूनीपोल गिरने के कारण कार दब गई। इसमें तीनों लोग भी दब गए। मामा और दोस्त तो किसी तरह बाहर निकल आए। वो घायल हुए हैं उनको चोटें आई हैं।लेकिन, डॉ. सुबहान बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें किसी तरह कार से बाहर निकाला गया। तीनों को सुशीला जसवंत राय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां सुबहान सैफी ने दम तोड़ दिया। डॉ. ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

लिसाड़ी गेट में मूर्तिकार नासिर पुत्र उस्मान (32) की स्कूटी पर यूनीपोल गिर गया। नासिर स्कूटी के नीचे यूनीपोल से दब गया। नासिर जाकिर कॉलोनी गली नंबर-26 थाना लोहिया नगर में मूर्तिकार था।फिलहाल लिसाड़ी गेट की मदीना कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा था। नासिर ने टीपी नगर के मलियाना में मूर्ति बनाने का कारखाना खोल रखा है।उसके दो बच्चे अब्दुल समद (5) और बेटी शहरीन (3) की है। घरवालों ने रात ही शव का दफीना कर दिया। पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।

आंधी-तूफान से मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास बने कजरिया शोरूम के बाहर खड़ी दीवार अचानक से गिर गई। दीवार के गिर जाने से उसके नीचे एक मजदूर दब गया। उसकी मौत हो गई। पूरी रात मजदूर का शव दीवार के नीचे ही दबा पड़ा रहा।गुरुवार की सुबह जब सर्विस रोड से शोरूम के पास कुछ लोग निकल कर जा रहे थे तो उन्होंने दीवार के नीचे दबे पड़े शव को देखा। इसकी सूचना थाना पुलिस को दी। पास में पड़े मृतक मजदूर के मोबाइल जो कि टूट चुका था उसके सिम को निकाला।पुलिस ने मजदूर के सिम को अपने मोबाइल में डालकर कॉल किया। इसके बाद उसकी पहचान बिहार के रहने वाले मजदूर मंसूर के रूप में हुई। जानकारी मिली कि मजदूर मंसूर मोदीपुरम कोणार्क कॉलोनी मैं जैन नाम के व्यक्ति के मकान पर कार्य कर रहा था।कल रात वह काम खत्म करने के बाद जा रहा था। जब उसके साथ यह हादसा हुआ। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और मोर्चरी के लिए भिजवा दिया है मृतक मंसूर मूल रूप से बिहार का रहने वाला था।

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