योग के माध्यम से न केवल शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है

 मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, के योग विज्ञान विभाग में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम कुलाधिपति  के निर्देशानुसार 'Yoga for One Earth, One Health' अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य योग के व्यापक प्रभाव और महत्व को जनसामान्य तक पहुँचाना था। 

इस अवसर पर हिमालयीय गढ़वाल विश्वविद्यालय, देहरादून से आमंत्रित प्रमुख वक्ता डॉ. अरविन्द वेदवान  ने योग द्वारा सर्वांगीण विकास विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने अपने सारगर्भित वक्तव्य में बताया कि योग केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास का एक समग्र साधन है। डॉ. वेदवान ने इस बात पर जोर दिया कि हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाले अधिकांश रोग मनोकायिक होते हैं, जिनका मूल कारण मानसिक अस्थिरता और तनाव होता है। योग के माध्यम से न केवल शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास से जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं, जिससे व्यक्ति के अंदर आत्म-अनुशासन, आत्म-ज्ञान और आत्म-संतुलन का विकास होता है। कार्यक्रम के दौरान विभाग के समन्वयक प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों में योग के प्रति जागरूकता बढ़ती है और वे योग को अपने जीवन का हिस्सा बना पाने में सक्षम हो पाते हैं। इस परिचर्चा में विभाग के सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और योग से जुड़े अनेक पहलुओं पर अपनी जिज्ञासाओं को प्रकट किया। परिचर्चा को सफल बनाने में विभाग के शिक्षकगण—डॉ. नवज्योति सिद्धू, सत्यम सिंह,  अमरपाल, डॉ. कमल शर्मा, सुश्री अंजू मलिक, ईशा पटेल और कुमारी साक्षी मावी—की सक्रिय सहभागिता रही।

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